द लोकतंत्र : 9 जून 2024 को पीएम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेगें। संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। शुक्रवार को कई दौर की बैठकों के बाद एनडीए नेताओं का समूह राष्ट्रपति द्रौपदि मुर्मू से मिलने पहुंचा और उन्हें सरकार बनाने का प्रस्ताव सौंपा।
बता दें, एनडीए की बैठक में पीएम मोदी को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) संसदीय दल का नेता चुन लिया गया। सेंट्रल हॉल में दाखिल होने के बाद नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले देश के संविधान को नमन करते हुए उसे अपने माथे से लगाया। पीएम मोदी द्वारा संविधान को माथे से लगाकर यह मैसेज देने की कोशिश की गई कि एनडीए सरकार संविधान की मूल भावना के अनुरूप चलेगी और काम करेगी।
हमारा ये अलायंस सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा
भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने का प्रस्ताव रखा। एनडीए दल के नेताओं ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने के प्रस्ताव पर सहमति जाहिर की। इसके बाद सर्वसम्मति से उन्हें देश के प्रधानमंत्री पद के लिए चुना गया। एनडीए बैठक में संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद उन्होंने बैठक में मौजूद सभी गणमान्य जनों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, हमारा ये अलायंस सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है।
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इस दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा, एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है। हिंदुस्तान की राजनीतिक इतिहास में और हिंदुस्तान की राजनीति के गठबंधन के इतिहास में प्री पोल अलाइंस इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना की एनडीए हुआ है।
पीएम ने आगे कहा, पीएम ने कहा कि एनडीए का यह कार्यकाल बड़े फैसलों और तेज विकास का है। हम समय नहीं गंवाना चाहते। हम पांच नंबर से तीन नंबर की अर्थव्यवस्था पर पहुंच रहे हैं। यह खाली पांच-तीन का आंकड़ा नहीं है। इससे अर्थव्यवस्था का आकार बढ़ेगा, उससे सरलता बढ़ेगी, देश की जरूरतें पूरी करने का सामर्थ्य बढ़ेगा। राज्यों का सहयोग भी इसमें उतना ही महत्वपूर्ण रहेगा।