द लोकतंत्र : भारतीय सेना में अग्निवीर सैनिकों और रेगुलर सैनिकों के बीच के अंतर को लेकर सियासत बढ़ता जा रहा है। बीते दिनों, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संसद में अग्निवीर योजना के मुद्दे को उठाया था जिसके बाद से ही विवाद गहराता जा रहा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार अग्निपथ स्कीम को खत्म कर पहले की तरह भर्ती की मांग कर रहे हैं। बता दें, बीजेपी सरकार द्वारा सशस्त्र बलों में नई मानव संसाधन पद्धति यानी अग्निपथ योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अन्तर्गत अग्निवीरों को चार साल की अवधि के लिए भारतीय वायुसेना में सेवा देने के लिए चुना जाएगा।
बता दें, बीते सोमवार को 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती हुए अग्निवीरों का सर्वोच्च बलिदान होने पर पर उनके परिवार को मुआवजा न मिलने पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के दावे को सिरे से खारिज करते हुए संसद में बयान दिया कि अगर कोई अग्निवीर प्राणों की आहुति देता है, तो उसके परिजनों को एक करोड़ रुपये की सांत्वना राशि दी जाती है। इसके बाद बुधवार को राहुल गांधी ने अग्निवीर अजय सिंह की शहादत का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सदन के पटल पर अग्निवीरों के परिवारों को मिलने वाले मुआवजे के संदर्भ में ‘झूठ’ बोला था।
सदन में राहुल गांधी ने क्या कहा था?
बीते सोमवार को संसद में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, कुछ दिन पहले मैं पंजाब के एक छोटे से घर में अग्निवीर के परिवार से मिला था। अग्निवीर जवान बारूदी सुरंग विस्फोट में ‘शहीद’ हो गया था। मैं उस जवान को ‘शहीद’ कह रहा हूं लेकिन भारत सरकार उसे ‘शहीद’ नहीं कहती। राहुल गांधी ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी उन्हें शहीद नहीं कहते, अग्निवीर कहते हैं। उन्हें पेंशन नहीं मिलेगी, मुआवजा नहीं मिलेगा, शहीद का दर्जा नहीं मिलेगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, आम जवान को पेंशन मिलेगी। भारत सरकार आम जवान की मदद करेगी लेकिन अग्निवीर को जवान नहीं माना जा सकता, अग्निवीर यूज एंड थ्रो मज़दूर है।
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राहुल गांधी के इसी बयान के बाद अग्निपथ योजना को लेकर सियासत फिर से गरमा गई। वहीं सेना ने कल बुधवार देर रात स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि जनवरी में बारूदी सुरंग विस्फोट में मारे गए अग्निवीर अजय कुमार के परिवार को लगभग 1.65 करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा। जिसमें कुछ राशि (लगभग 98 लाख) पहले ही अग्निवीर के परिवार को दे दी गई है। सेना ने इस बात पर जोर दिया कि अग्निवीरों सहित दिवंगत सैनिकों के परिजनों को भत्तों का भुगतान शीघ्रता से किया जाता है। सेना का यह स्पष्टीकरण कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सोशल मीडिया पोस्ट के बाद आया, जिसमें उन्होंने संसद को गुमराह करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से माफी मांगने की मांग की थी।
कांग्रेस का सवाल, 98 लाख कैसे बने?
कांग्रेस के एक्स सर्विस मैन विभाग के चेयरमैन रोहित चौधरी ने गुरुवार (04 जुलाई) को सेना के एक्स पोस्ट पर सवाल उठाए हैं जिसमें यह दावा किया गया है कि अग्निवीर अजय कुमार के परिजनों को अबतक 98 लाख दिया गया और कुल 167 लाख दिया जाएगा। इस पर उन्होंने कहा, जब–जब मोदी सरकार फंसती है तो हिंदुस्तान की सेना के पीछे छुप जाती है। उन्होंने आगे कहा कि सेना ने जो एक्स पोस्ट किया है हमने देखा है। सेना बताए कि 98 लाख कैसे बने? अग्निवीर की नीति के अनुसार अगर एक करोड़ बनता है तो ये एक करोड़ 67 लाख कैसे बनता है?