द लोकतंत्र : Mission Chandrayaan 3 चाँद पर पहुंचकर प्रज्ञान वैज्ञानिकों को हर दिन नए अपडेट्स भेज रहा है। माना जा रहा है कि प्रज्ञान द्वारा भेजे जा रहे इनपुट्स चन्द्रमा की सतह पर छिपे हुए राज खोलने में कारगर होंगे। साथ ही भविष्य में चन्द्रमा पर बसने के मानव ख्वाब को साकार करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण संकेत देंगे। चंद्रमा की सतह पर चल रहे इसके अध्ययन के दौरान ‘प्रज्ञान’ रोवर ने अपनी बुद्धिमता का परिचय दिया है जिससे वैज्ञानिक चंद्र अभियान को लेकर और ज्यादा आशान्वित नज़र आ रहे हैं।
Mission Chandrayaan 3 : प्रज्ञान के सामने बड़ा क्रेटर आ गया था
दरअसल, चंद्र सतह पर भारतीय रोवर प्रज्ञान का सामना चार मीटर व्यास के गहरे गड्ढे ( क्रेटर ) से हुआ है। हालाँकि रोवर में लगे सेंसर ने खतरे को भांप कर अपनी दिशा बदल दी जिससे वैज्ञानिकों ने राहत की सांस ली। प्रज्ञान संभावित खतरे से बचते हुए नई दिशा में आगे बढ़ गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि यह घटना रविवार की है जब प्रज्ञान के सामने बड़ा क्रेटर आ गया था।
इसरो ने अपनी तरफ से इससे जुड़ी दो तस्वीरें भी जारी की हैं। पहली तस्वीर में नेविगेशन कैमरे के जरिए यह दिखाई दे रहा है कि रोवर प्रज्ञान की राह में कैसे बड़ा गड्ढा आ गया है। वहीं दूसरी तस्वीर में नेविगेशन कैमरा बता रहा है कि कैसे रोवर प्रज्ञान ने बाद में रास्ता बदल लिया और अब वह नए रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
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इसके पूर्व रविवार को इसरो ने चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर के साथ लगे चेस्ट पेलोड के माध्यम से चांद की सतह पर मापी गई तापमान भिन्नता का एक ग्राफ भी जारी किया था। इसरो की ओर से जारी किए गए ग्राफ में चांद की सतह का तापमान -10 डिग्री सेल्सियस से 50 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तक दिखाई दे रहा है।