द लोकतंत्र : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज हाथरस हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों से मुलाक़ात की। इस दौरान राहुल गांधी ने मीडिया से भी बात की। उन्होंने कहा कि मैं इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहता हूं। सिस्टम में खामियां देखने को मिली हैं। पीड़ित परिवार बेहद ही गरीब हैं, इसलिए उन्हें ज्यादा मुआवजा मिलना चाहिए और जल्द मिलना चाहिए।
साथ ही कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि पीड़ित परिवारों का कहना है कि घटनास्थल पर पुलिस की व्यवस्था पर्याप्त नहीं थी। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। बता दें, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सुबह करीब 7 बजे अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे। यहां वह हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मिले। इसके बाद वह हाथरस पहुँचे और वहाँ पीड़ित परिवारों से मुलाक़ात की।
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पीड़ित परिजनों से मुलाक़ात के बाद राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वह इस मामले में राजनीतीकरण नहीं चाहते। दोषियों पर कार्यवाही हो और पीड़ितों को न्याय मिले। राहुल गांधी ने कहा, दुख की बात है, बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है। काफी लोगों की मृत्यु हुई है। मैं इसको राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहता हूं। मगर प्रशासन की कमी तो है और गलतियां तो हुई ही हैं। इसका पता लगाना चाहिए। सबसे जरूरी बात ये है कि मुआवजा सही मिलना चाहिए, क्योंकि ये गरीब परिवार हैं और इनके लिए मुश्किल का समय है। इसलिए मुआवजा ज्यादा से ज्यादा मिलना चाहिए। मैं यूपी के सीएम से निवेदन करता हूं कि पीड़ित परिवारों को दिल खोलकर मुआवजा दिया जाए।
वहीं, हाथरस सत्संग हादसे के मामले में भोले बाबा की गिरफ्तारी होगी या नहीं इसको लेकर भी काफी सवाल उठ रहे हैं। हादसे की जाँच के लिए गठित एसआईटी संभवतः आज अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दे। एसआईटी इस हादसे के मूल कारण और लापरवाही व अनदेखियों की जाँच कर रही है। कुल 132 लोगों के बयान एसआईटी द्वारा लिये जाने की सूचना सामने आ रही है जिसमें बाबा का नाम भी शामिल है। हालाँकि बाबा की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एपी सिंह बृहस्पतिवार को एसआईटी के समक्ष पहुंचे। उन्होंने वहां बाबा का पक्ष रखा। सूत्र बताते हैं कि एपी सिंह की ओर से कहा गया है कि वे हर जांच में सहयोग करने को तैयार हैं।