द लोकतंत्र : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लाल किले के समीप हुए एक उच्च तीव्रता वाले विस्फोट ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को सकते में डाल दिया है। लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक इको वैन में हुए इस भीषण धमाके में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 24 अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों के शवों को लोक नारायण जयप्रकाश अस्पताल (LNJP) ले जाया गया है, जहाँ घायलों का उपचार चल रहा है। धमाका इतना ज़ोरदार था कि आस-पास खड़ी 5-6 गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए और स्ट्रीट लाइटें भी क्षतिग्रस्त हो गईं।
पृष्ठभूमि और घटनाक्रम
फायर ब्रिगेड को शाम करीब 6 बजकर 55 मिनट पर धमाके की सूचना मिली। दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि, “शाम करीब 6 बजकर 52 मिनट पर एक धीरे चल रही कार ट्रैफिक सिग्नल पर रुकी थी, तभी उसमें अचानक विस्फोट हुआ।” आयुक्त ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने भी घटना की जानकारी ली है और एजेंसियों को समन्वय में काम करने के निर्देश दिए हैं।
धमाके के बाद कार में भीषण आग लग गई, जिसने 7-8 और गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुँच गईं हैं, और जाँच जारी है। शुरुआती जाँच इस बात पर केंद्रित है कि विस्फोट कार में लगी सीएनजी से हुआ या फिर यह किसी विस्फोटक का परिणाम था।
सुरक्षा घेरे और बड़े साजिश की आशंका
धमाके के तुरंत बाद पूरी दिल्ली में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। नजदीकी चांदनी चौक मार्केट को बंद कर दिया गया और लाल किला के आसपास के पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।
इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है, क्योंकि यह ऐसे समय में हुआ है जब आज ही दिल्ली से सटे फरीदाबाद में करीब 2900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ है, जिसे आतंकवादी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद (AGH) से जुड़ी एक कार्रवाई के तहत पकड़ा गया था। अमोनियम नाइट्रेट विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल होने वाला एक प्रमुख केमिकल है। हालांकि, दिल्ली पुलिस आयुक्त ने दोनों घटनाओं को जोड़ना जल्दबाजी बताया है, लेकिन एक साथ हुई इन दोनों घटनाओं ने एक बड़ी साजिश की आशंका को जन्म दिया है।
राज्यों में सुरक्षा अलर्ट
धमाके के मद्देनजर, हरियाणा सरकार ने पूरे राज्य में सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया है, विशेषकर दिल्ली से सटे गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत जिलों में चौकसी बढ़ा दी गई है। वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर राज्यभर में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।
विशेषज्ञों की राय और निष्कर्ष
सुरक्षा और आतंकवाद निरोधक मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि लाल किला के पास एक व्यस्त इलाके को निशाना बनाना दर्शाता है कि यह एक लोकल धमाका नहीं, बल्कि सुनियोजित कार्रवाई हो सकती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि “फरीदाबाद से विस्फोटक बरामदगी और दिल्ली में विस्फोट का एक साथ होना इंटेलिजेंस इनपुट की तत्काल समीक्षा और राष्ट्रीय स्तर पर समन्वयित कार्रवाई की मांग करता है। इस घटना ने एक बार फिर देश की साइबर सुरक्षा और भौतिक सुरक्षा दोनों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता को उजागर किया है।”

