द लोकतंत्र : देश की राजधानी दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के समीप एक कार में हुए भीषण विस्फोट की जाँच ने एक महत्वपूर्ण मोड़ लिया है। विस्फोट में इस्तेमाल हुई संदिग्ध कार की पहचान i-20 मॉडल के रूप में की गई है, जो जांच एजेंसियों को सीधे साजिश और इसके पीछे के असली गुनहगारों तक ले जा सकती है। यह कार HR नंबर पर रजिस्टर्ड थी और इसका पंजीकरण वर्ष 2014 में गुरुग्राम के पते पर हुआ था।
पृष्ठभूमि और हिरासत में पूछताछ
धमाके की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए, वाहन पंजीकरण रिकॉर्ड (Registration Records) के आधार पर कार के रजिस्टर्ड मालिक सलमान नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है। पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक पूछताछ में सलमान ने बताया है कि उसने यह कार आगे किसी और व्यक्ति को बेच दी थी। सफेद रंग की इस i-20 कार में सीएनजी (CNG) किट लगी हुई थी, जिसने इस बात पर भी संदेह पैदा किया कि विस्फोट का कारण केवल CNG टैंक फटना था या यह एक उच्च तीव्रता वाले विस्फोटक की साजिश थी।
RTO रिकॉर्ड्स: जाँच की मुख्य धुरी
चूँकि रजिस्टर्ड मालिक ने कार बेचने का दावा किया है, इसलिए जांच की पूरी दिशा अब क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) के रिकॉर्ड्स की तरफ मुड़ गई है। जांच एजेंसियाँ अब वाहन के बिक्री और हस्तांतरण (Transfer) की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश कर रही हैं। यह प्रक्रिया इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि विस्फोट के समय कार किस व्यक्ति के भौतिक कब्ज़े में थी।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि हम कार के मौजूदा मालिक की सटीक पहचान कर सकें। RTO में वाहन हस्तांतरण की प्रक्रिया कई चरणों में होती है, और हम यह जांच रहे हैं कि क्या कागजात में कोई अंतिम आधिकारिक हस्तांतरण हुआ था, या यह लेनदेन केवल आपसी सहमति पर ही हुआ था।” कार का वास्तविक कब्ज़ेदार ही इस साजिश की चाबी साबित हो सकता है।
लाल किला के पास ब्लास्ट :
गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार (10 नवंबर) को लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक के समीप खड़ी एक कार में हुए भीषण विस्फोट ने एक बार फिर शहर की सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया है। इस दुखद घटना में अब तक 10 लोगों की मौत की खबर सामने आई है, जबकि कई लोग घायल हैं। यह धमाका, जो ऐतिहासिक लाल किले से महज 500 मीटर की दूरी पर हुआ है, ने तत्काल ही NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) और फोरेंसिक टीमों को सक्रिय कर दिया है। पुलिस अभी यह स्पष्ट नहीं कर पाई है कि यह एक बम ब्लास्ट था या कार के CNG टैंक में विस्फोट।
देशव्यापी High Alert और प्रशासनिक कार्रवाई
इस गंभीर घटना के तुरंत बाद, दिल्ली, मुंबई और उत्तर प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में High Alert जारी कर दिया गया है। राज्यों की पुलिस एजेंसियाँ किसी भी संभावित अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठा रही हैं।
उत्तर प्रदेश (UP): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने राज्य के सभी प्रमुख स्थलों, धार्मिक स्थलों, बाजारों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में कड़ी निगरानी रखने के आदेश दिए हैं। UP में पेट्रोलिंग और चेकिंग बढ़ा दी गई है।
मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी पुलिस सतर्क हो गई है। कई संवेदनशील और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पेट्रोलिंग और चेकिंग बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत लगाम लगाई जा सके।

