द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : मेघालय के शिलॉन्ग में हनीमून मनाने गए इंदौर के नवविवाहित जोड़े के सपनों की कहानी अब एक दिल दहला देने वाली साजिश में बदल चुकी है। राजा रघुवंशी की रहस्यमयी मौत की गुत्थी अब लगभग सुलझ चुकी है। इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में मेघालय पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है, मेघालय पुलिस के मुताबिक़ राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने ही अपने पति की हत्या करवाई थी।
इस सनसनीखेज मामले में सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के काशी ढाबा से गिरफ्तार किया गया है। 17 दिनों से फरार चल रही सोनम की लोकेशन उसी ने खुद अपने परिजनों को दी थी। पुलिस और ढाबे के स्टाफ के मुताबिक, रविवार-सोमवार की रात सोनम रोती हुई ढाबे के मालिक के पास पहुंची और उनसे फोन मांगा। उसने अपने भाई को फोन कर बताया कि वह गाजीपुर में है और उसे यहां से ले जाएं। इस जानकारी के आधार पर इंदौर पुलिस और मेघालय पुलिस हरकत में आईं और गाजीपुर पुलिस की मदद से उसे हिरासत में लिया गया।
हत्या की परतें खुलीं, तीन और गिरफ्तार
मेघालय पुलिस के अनुसार, यह हत्या पहले से साजिश के तहत की गई थी। सोनम ने तीन लोगों को हायर किया था, जिनमें से एक को उत्तर प्रदेश से और दो को इंदौर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने दावा किया है कि यह हत्या पूरी तरह से सुनियोजित थी। राजा और सोनम 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए थे, और 23 मई को शिलॉन्ग के सोहरा इलाके के नोंगरियात गांव के एक होमस्टे से निकलने के कुछ घंटों बाद ही दोनों लापता हो गए। राजा का शव 2 जून को 20 किलोमीटर दूर एक गहरी खाई से बरामद हुआ था।
वायरल वीडियो और सोशल मीडिया की चर्चा
इस पूरे मामले को और रहस्यमयी बना देने वाला एक CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें सोनम स्कूटी के पास खड़ी होकर किसी को फोन पर मैसेज करती नजर आ रही है। लोग इस वीडियो को हत्याकांड से जोड़कर देख रहे हैं, और शक गहराता जा रहा है कि यह किसी गहरे षड्यंत्र का हिस्सा था। सवाल ये भी उठ रहे हैं कि सोनम इतने दिनों तक पुलिस की नज़रों से कैसे बचती रही? क्या उसे किसी का संरक्षण मिला था? क्या उसके पास कोई नकली पहचान थी? मेघालय पुलिस अब सोनम से इन सभी पहलुओं पर गहन पूछताछ कर रही है।
मैरिज ब्यूरो के जरिए राजा और सोनम की हुई थी मुलाकात
इंदौर के रघुवंशी समाज से जुड़े एक दुखद घटनाक्रम ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। राजा रघुवंशी की हत्या और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी की गिरफ्तारी से जुड़ा मामला अब एक बेहद जटिल और रहस्यमय मोड़ पर आ चुका है। ताज़ा जानकारी से जो घटनाक्रम सामने आ रहा है, वह रिश्तों की परतों के नीचे छिपी एक सुनियोजित साजिश की ओर इशारा करता है।
राजा और सोनम की मुलाकात इंदौर स्थित रघुवंशी समाज के एक मैरिज ब्यूरो के माध्यम से हुई थी। पारंपरिक रीति से दोनों परिवारों की रजामंदी के बाद 10 फरवरी को सगाई और 11 मई को बड़ी धूमधाम से शादी हुई। शादी के बाद, सोनम केवल तीन दिन ही अपने ससुराल में रही और फिर 15 मई को मायके चली गई।
20 मई को सोनम और राजा हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए, लेकिन तीन दिन बाद यानी 23 मई को दोनों अचानक लापता हो गए। राजा की हत्या उसी दिन या उसके आसपास ही होने की आशंका जताई गई। इस लापता होने के पूरे 11 दिन बाद, 2 जून को राजा का शव शिलॉन्ग के पास एक वॉटरफॉल के नीचे खाई में मिला। घटनास्थल से सोनम की एक खून लगी जैकेट बरामद हुई, लेकिन उसका कुछ अता-पता नहीं चल पाया।