द लोकतंत्र: देशभर के हजारों SSC अभ्यर्थी इन दिनों कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की परीक्षा प्रणाली में कथित कुप्रबंधन और लापरवाही के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। यह विरोध दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस प्रदर्शन में छात्रों को उनके शिक्षकों का भी समर्थन मिल रहा है। जानी-मानी शिक्षिका नीतू मैम भी इस प्रदर्शन का हिस्सा बनीं।
दिल्ली में हुआ बड़ा प्रदर्शन
गुरुवार को दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन में हजारों छात्र शामिल हुए। छात्रों ने “दिल्ली चलो” का नारा लगाते हुए जंतर-मंतर और सीजीओ कॉम्प्लेक्स तक मार्च किया। उनका आरोप है कि SSC द्वारा आयोजित की गई चयन पद चरण 13 परीक्षा (24 जुलाई – 1 अगस्त 2025) में भारी अव्यवस्था रही।
क्या हैं छात्रों के मुख्य आरोप?
परीक्षा केंद्र पर अंतिम समय में परीक्षा रद्द कर दी गई
कई छात्रों को गलत केंद्र आवंटित हुआ
तकनीकी गड़बड़ियों जैसे सिस्टम क्रैश, खराब उपकरण की शिकायतें
परीक्षा से जुड़े सूचना या अपडेट समय पर नहीं दिए गए
नया एग्जाम वेंडर पूरी तरह विफल रहा
पुलिस लाठीचार्ज का आरोप
प्रदर्शन के दौरान नीतू मैम समेत कई शिक्षकों और छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज का आरोप लगा है। कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं जिनमें छात्रों का कहना है कि उन्हें और शिक्षकों को बर्बरता से रोका गया।
सोशल मीडिया बना आवाज़ का मंच
छात्रों ने ट्विटर, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर #SSCVendorFailure, #JusticeForAspirants, #SSCSystemSudharo जैसे हैशटैग्स के जरिए अपनी बात रखी। ये हैशटैग तेजी से ट्रेंड कर रहे हैं।
क्या हैं छात्रों की मांगें?
परीक्षा संचालन की निष्पक्ष जांच
परीक्षा वेंडर को हटाया जाए
भविष्य की परीक्षाओं के लिए भरोसेमंद व्यवस्था
छात्रों और शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज की जांच
सरकार और SSC से जवाबदेही
भविष्य को लेकर चिंता
अभ्यर्थियों ने आगाह किया है कि SSC की आगामी परीक्षाओं, खासकर आयकर विभाग पदों की भर्ती, में 30 लाख से अधिक छात्र शामिल होंगे। ऐसे में अगर मौजूदा परीक्षा प्रणाली को सुधारा नहीं गया तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।