द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : मणिपुर में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। रविवार, 8 जून 2025 को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की गुवाहाटी एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) द्वारा अरम्बाई टेंगोल संगठन के सदस्य असीम कानन की गिरफ्तारी के बाद से घाटी के जिलों में आक्रोश भड़क गया है। यह गिरफ्तारी मणिपुर हिंसा 2023 से संबंधित मामलों की जांच के तहत की गई है, जिसके बाद राजधानी इंफाल सहित विभिन्न इलाकों में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए।
मैतेई सदस्य की गिरफ्तारी के बाद बढ़ा तनाव
CBI द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि असीम कानन को रविवार को इम्फाल एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। एजेंसी के मुताबिक, वह 2023 की मणिपुर हिंसा से जुड़ी विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में कथित तौर पर शामिल था। उसकी गिरफ्तारी की सूचना परिवार को दे दी गई है। सीबीआई ने यह भी स्पष्ट किया कि मणिपुर की वर्तमान संवेदनशील कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर संबंधित सभी मामलों को मणिपुर से गुवाहाटी स्थानांतरित कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, कानन को अरामबाई टेंगोल के चार अन्य सदस्यों के साथ शनिवार को इम्फाल से हिरासत में लिया गया था। हालांकि सीबीआई ने अपनी आधिकारिक प्रेस रिलीज़ में सिर्फ असीम कानन की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। फिलहाल कानन को गुवाहाटी ले जाया गया है, जहां उसे अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड के लिए अर्जी दी जाएगी।
स्थिति नियंत्रण हेतु सुरक्षा बलों द्वारा बल प्रयोग
इस गिरफ्तारी के विरोध में इम्फाल में रविवार को व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए। सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर टायर, लकड़ी के तख्त और अन्य मलबे जलाकर मार्ग अवरुद्ध कर दिए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले, स्टन ग्रेनेड और लाइव राउंड का भी इस्तेमाल किया। इन घटनाओं में एक 13 वर्षीय लड़का गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शनिवार शाम से रविवार शाम तक कम से कम 11 लोगों के घायल होने की सूचना मिली है। हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने इम्फाल के प्रमुख स्थानों जैसे पैलेस कंपाउंड, केशमपट ब्रिज, मोइरंगखोम और टिडिम रोड पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की है। इसके साथ ही घाटी के सभी जिलों में इंटरनेट सेवाएं तत्काल प्रभाव से बंद कर दी गई हैं।
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वहीं, अरामबाई टेंगोल ने गिरफ्तार किए गए सदस्यों की बिना शर्त रिहाई की मांग करते हुए 10 दिनों के राज्यव्यापी बंद का ऐलान किया है। इसके अलावा इंफाल पूर्व के खुरई क्षेत्र की महिलाओं के एक संगठन ने चेतावनी जारी की है कि राज्य से बाहर मौजूद सभी विधायक 10 जून शाम 6 बजे तक इंफाल लौटें और एक नई लोकप्रिय सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू करें। चेतावनी में यह भी कहा गया है कि जो विधायक तय समय पर वापस नहीं लौटेगा, उसे राज्य में दोबारा प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
इस पूरे घटनाक्रम ने राज्य की शांति-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर हालात तेजी से बदल रहे हैं, और आने वाले दिनों में मणिपुर की स्थिति पर पूरे देश की नजर बनी रहेगी।