द लोकतंत्र : दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल के इतिहास को लेकर जंग छिड़ी हुई है। एक सवाल जो बीते कई वर्षों से ताजमहल जैसे खूबसूरत अजूबे पर धब्बा बना हुआ है वह यह कि ये अप्रतिम खूबसूरत संरचना ताजमहल है या तेजोमहालय? बहरहाल, इतिहास के पन्नों में यह दर्ज है कि सन् 1632 में मुगल शासक शाहजहां ने ताजमहल को बनवाना शुरू किया था हालाँकि कुछ हिन्दुवादी इससे इत्तेफाक़ नहीं रखते और वे इसे शिव मंदिर यानी तेजोमहालय मानते हैं। उन कुछ हिन्दुवादी संगठनों में से एक हिंदू महासभा के दो युवकों ने इस मान्यता पर क़ायम रहते हुए ताजमहल में स्थित क़ब्रों पर गंगाजल चढ़ाया है।
एक एक्स यूज़र तनवीर रंगरेज ने इस मामले को लेकर एक वीडियो पोस्ट किया है। तनवीर ने लिखा है, ताजमहल में गंगा जल चढ़ाया जा रहा है। ये लोग चाहते क्या है हर वक्त नफरत के अलावा कुछ है ऐसे लोगो के दिमाग में। सरकार को ऐसे लोगो को चिन्हित करने की जरूरत है।
बता दें, सावन माह भगवान शिव के प्रति आस्थावान इन युवकों ने ताजमहल में घुसकर वहाँ स्थित कब्र पर गंगाजल चढ़ाया है। इस वाक़ये को लेकर एक वीडियो भी वायरल हुआ है। वीडियो में हिंदूवादी युवक पानी की बोतल में गंगाजल भरकर ले कर गए थे और ताजमहल के अंदर जाकर गंगाजल चढ़ाया। युवकों के इस कृत्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। हालाँकि दोनों युवकों को सीआईएसएफ ने गिरफ्तार कर लिया है।
अखिल भारत हिंदू महासभा की ओर से दावा, तेजोमहालय शिव मंदिर है
इस मामले को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा की ओर से दावा किया गया है कि दोनों युवकों ने तेजो महालय में गंगाजल चढ़ाया है, एक लीटर की बोतल में गंगाजल लेकर आए और ताजमहल में चढ़ाया गया क्योंकि ये तेजोमहालय शिव मंदिर है। बता दें, गंगाजल लेकर ताजमहल के अंदर पहुंचे दोनो युवकों ने पहले पूरा वीडियो बनाया, एक युवक बोतल को कंधे पर रख कर चल रहा है। बोतल में गंगाजल होने का दावा किया जा रहा है। दोनों युवक चलते चलते आगे बढ़ते गए और मुख्य मकबरे तक पहुंच गए और तहखाने के पास खड़े होकर बोतल में से गंगाजल चढ़ाया।
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बता दें, सीआईएसएफ ने दोनो युवकों को पकड़ कर थाना ताजगंज पुलिस को सौंप दिया है। दूसरी ओर अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि हमारे कार्यकर्ता वीरेश और श्याम सोरों से कबाड़ लेकर आए और तेजो महालय में गंगाजल चढ़ाया गया। गंगाजल चढ़ाना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। इससे पहले हमारे संगठन की मीना राठौर कबाड़ लेकर पहुंची थी और उन्हें रोक दिया गया था। अब हमने तेजो महालय में गंगाजल चढ़ा कर अपने दावे को सिद्ध किया है।
दरअसल, कुछ दिन पूर्व भी एक महिला कांवड़ लेकर ताजमहल पर पहुंच गई थी और जलाभिषेक करने की जिद करने लगी थी जिस पर पुलिस बल ने महिला को रोक दिया था।