द लोकतंत्र : प्रचंड बेरोज़गारी के बीच सरकारी नौकरियों के बरक्स सरकारों के भीतर बढ़ रहे संविदा प्रचलन के अन्तर्गत यूपी पुलिस की लिपिकीय पद ‘संविदा’ पर देने की तैयारी हो रही थी। विभाग में आउटसोर्सिंग से होने वाली भर्ती की चिट्ठी सार्वजनिक होने के बाद विभिन्न स्तरों पर हुए विरोध को देखते हुए यूपी पुलिस ने देर रात स्पष्टीकरण जारी कर कहा कि यह त्रुटिवश जारी हो गया है। पुलिस की तरफ़ से यह बताया कि यह चिट्ठी निरस्त कर दी गई है।
स्पष्टीकरण, त्रुटिवश जारी हो गया था पत्र
बता दें, उत्तर प्रदेश में कुछ पदों के लिए आउटसोर्सिंग से भर्ती को लेकर एक चिट्ठी जारी की गई थी जिसमें विभागीय स्तर पर प्रासंगिकता पर विचार के निर्देश दिये गये थे। इसको देर रात जारी स्पष्टीकरण में यूपी पुलिस की ओर से कहा गया है कि – चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की आउटसोर्सिंग की व्यवस्था पूर्व से प्रचलित है। त्रुटिवश चतुर्थ कर्मचारियों के स्थान पर मिनिस्टीरियल स्टॉफ के लिए जारी पत्र को निरस्त कर दिया गया है। इस प्रकार का कोई भी प्रकरण पुलिस विभाग एवं शासन स्तर पर विचाराधीन नही है।
यह भी पढ़ें : यूपी में अब संविदा पर मिलेगी वर्दी, यूपी पुलिस आउटसोर्सिंग से भर्ती पर कर रहा विचार
विभाग द्वारा कहा गया कि, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पुलिस विभाग में आउचसोर्सिंग के संबंध में एक पत्र प्रसारित हो रहा है जिसके संबंध में अवगत कराना है कि यह पत्र त्रुटिवश जारी हो गया है। पुलिस विभाग में चुतर्थ श्रेणी कर्मचारियों की आउटसोर्सिंग की व्यवस्था पूर्व से चल रही है, इसी के संबंध में पत्र जारी किया जाना था जो कि त्रुटिवश मिनिस्टीरियल स्टाफ के लिए जारी हो गया है। ऐसा कोई प्रस्ताव पुलिस विभाग और शासन स्तर पर विचाराधीन नहीं है। यह पत्र गलत जारी हो गया है जिसे निरस्त कर दिया गया है।