द लोकतंत्र : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कल दो दिवसीय प्रवास पर भारत आ रहे हैं, जहाँ वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 23वीं भारत-रूस शिखर वार्ता में शामिल होंगे। हैदराबाद हाउस में होने वाली इस मुलाकात में रक्षा, ऊर्जा और व्यापार जैसे कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों पर फैसले होने की उम्मीद है। इस उच्च-स्तरीय राजकीय यात्रा के ठीक पहले, दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेताओं में गिनती किए जाने वाले व्लादिमीर पुतिन की विशाल और रहस्यमय संपत्ति एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय चर्चा का केंद्र बन गई है।
200 अरब डॉलर का अनुमान: पारदर्शिता का अभाव
व्लादिमीर पुतिन दो दशक से अधिक समय से रूस के शीर्ष नेता हैं, लेकिन उनकी सटीक संपत्ति के बारे में सार्वजनिक या आधिकारिक जानकारी का अत्यधिक अभाव है।
- फोर्ब्स/ब्लूमबर्ग से बाहर: विश्व के अधिकांश अरबपतियों की तरह, पुतिन का डेटा फोर्ब्स या ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स पर उपलब्ध नहीं है।
- विशेषज्ञों का आकलन: फॉक्स बिजनेस की एक रिपोर्ट और रूस मामलों के जानकार अमेरिकन-ब्रिटिश फाइनेंसर बिल ब्राउडर के आकलन के आधार पर, Vladimir Putin Networth अनुमानित 200 अरब डॉलर के आसपास बताई जाती है। यह आंकड़ा उन्हें दुनिया के कई दिग्गज अरबपतियों से आगे रखता है और उनकी आधिकारिक सालाना इनकम ($1,40,000) से अत्यधिक विरोधाभास पैदा करता है।
शाही जीवनशैली और बेशकीमती संपत्तियां
राष्ट्रपति पुतिन की जीवनशैली उनके रुतबे के अनुरूप अत्यंत आलीशान है, जिसकी झलक उनकी अघोषित संपत्तियों में मिलती है।
- ब्लैक-सी पैलेस: अलेक्सेई नवलनी की शोध रिपोर्ट के अनुसार, व्लादिमीर पुतिन के पास ब्लैक-सी के निकट करीब $1.4 अरब (12,627 करोड़ रुपये से अधिक) की लागत का 190,000 स्क्वॉयर फुट में फैला एक पैलेस है। इस महल में कैसिनो से लेकर चर्च तक सभी विलासितापूर्ण सुविधाएं मौजूद हैं।
- मेगा-याच और विमान: रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुतिन के पास तकरीबन $100 मिलियन (901 करोड़ रुपये से ज्यादा) कीमत का एक Mega-Yacht भी है, जो जिम, स्पा और डांस फ्लोर से लैस है। इसके अतिरिक्त, उनके पास 19 अन्य घर, 700 कारें, 58 एयरक्राफ्ट और करीब $716 मिलियन कीमत का ‘दि फ्लाइंग क्रेमलिन’ नामक एक विशेष विमान भी बताया जाता है।
राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन उनकी अथाह और रहस्यमय व्यक्तिगत संपत्ति हमेशा एक ऐसा पहलू रहा है जो कूटनीति और वैश्विक राजनीति में उनकी असाधारण स्थिति को दर्शाता है।

