द लोकतंत्र: 2003 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘बागबान’ को आज भी भारतीय सिनेमा की सबसे इमोशनल फैमिली ड्रामा फिल्मों में गिना जाता है। अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया बल्कि फैमिली वैल्यूज की अहमियत भी लोगों को याद दिलाई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म के एक अहम किरदार आलोक मल्होत्रा, जिसे निभाया था सलमान खान ने, वह रोल बहुत देर तक अधूरा था?
सलमान खान का कैमियो था फिल्म का टर्निंग पॉइंट:
फिल्म के डायरेक्टर रवि चोपड़ा की पत्नी रेनू चोपड़ा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि बागबान की पूरी शूटिंग पूरी हो चुकी थी, लेकिन आलोक मल्होत्रा के किरदार के लिए कोई भी एक्टर राज़ी नहीं हो रहा था। यह किरदार बहुत भावनात्मक था और गेस्ट अपीयरेंस के रूप में था।
डायरेक्टर रवि चोपड़ा ने जब सलमान खान से संपर्क किया, तो उन्होंने बिना देर किए रोल स्वीकार कर लिया। रेनू चोपड़ा के अनुसार, सलमान ने कहा, “मुझे ये आलोक मल्होत्रा बहुत पसंद है। मेरे माता-पिता के लिए भी मेरी सोच ऐसी ही है। मैं ये रोल जरूर करूंगा।”
लंदन में हुआ सलमान का शूट:
रेनू चोपड़ा ने बताया कि सलमान का हिस्सा लंदन में शूट किया गया था। सलमान सेट पर समय से पहुंचते थे और पूरा प्रोफेशनल बिहेवियर रखते थे। इस शॉर्ट रोल ने न केवल दर्शकों को इमोशनली जोड़ दिया, बल्कि फिल्म को एक मजबूत भावनात्मक आधार भी दिया।
फिल्म की कहानी में सलमान का महत्व:
‘बागबान’ की कहानी एक रिटायर्ड कपल की है जो अपने चार बेटों द्वारा उपेक्षित होते हैं। वहीं, सलमान खान द्वारा निभाया गया किरदार ‘आलोक मल्होत्रा’ अनाथ होते हुए भी अपने गोद लिए माता-पिता (अमिताभ और हेमा) को भगवान जैसा सम्मान देता है। उनकी पत्नी की भूमिका में महिमा चौधरी नजर आई थीं।
बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर:
फिल्म का बजट करीब 10 करोड़ रुपये था और इसने करीब 43.11 करोड़ रुपये की कमाई की थी। सलमान का रोल भले ही छोटा था, लेकिन उसकी भावनात्मक गहराई ने दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी।
सलमान खान का ‘बागबान’ में कैमियो सिर्फ एक गेस्ट अपीयरेंस नहीं था, बल्कि यह उस बेटे की भूमिका थी, जिसे हर माता-पिता चाहते हैं। उनकी इस भूमिका ने यह साबित किया कि छोटा रोल भी बड़ा संदेश दे सकता है।