द लोकतंत्र : कलर्स टीवी (Colors TV) और जियो हॉटस्टार (Jio Hotstar) के चर्चित रियलिटी शो ‘बिग बॉस 19’ (Bigg Boss 19) का 12वां हफ्ता शुरू होते ही घर का माहौल एकदम से गरमा गया है। इस सप्ताह बिग बॉस ने कैप्टेंसी की दावेदारी के लिए घरवालों को एक ‘डेमोक्रेसी का सीजन’ नामक राजनीतिक टास्क दिया, जिसमें उन्हें तीन प्रमुख राजनीतिक टीमों टीम कुनिका सदानंद, टीम गौरव खन्ना और टीम शहबाज बदेशा में बाँट दिया गया। इस ‘सियासी युद्ध’ के संचालक बने अमाल मलिक के फैसलों ने घर में नए सिरे से झगड़े पैदा कर दिए हैं।
राजनीतिक युद्ध: जुबानी हमले और व्यक्तिगत आरोप
कैप्टेंसी की कुर्सी के लिए शुरू हुई इस लड़ाई में तीनों फाउंडिंग मेंबर्स ने अपनी ओपनिंग स्पीच में ही तीखे जुबानी वार किए।
- कुनिका सदानंद ने शहबाज बदेशा को “बाहर से दोस्त, अंदर से खोखला” बताया, जबकि गौरव खन्ना की पार्टी को “शरीफ मगर कन्फ्यूज” करार दिया।
- शहबाज ने अपने मजेदार लेकिन चुभने वाले अंदाज में गौरव पर “ओवर-फ्रंटफुट” खेलने का आरोप लगाया।
- गौरव खन्ना ने अपनी पार्टी का नाम ‘संघर्ष पार्टी’ रखा और शहबाज की पार्टी को सिर्फ ‘खाओ, पियो, ऐश करो’ वाली पार्टी कहकर निशाना साधा।
पहली एक्टिविटी में, संचालक अमाल मलिक ने गौरव खन्ना की ‘संघर्ष पार्टी’ को विजेता घोषित किया।
फरहाना भट्ट का गुस्सा और ‘तानाशाही’ फरमान
जैसे ही अमाल ने गौरव की टीम को जिताया, फरहाना भट्ट भड़क उठीं। उन्होंने संचालक अमाल मलिक को सरेआम “दोगला” और “बदतमीज” कहा। इसके बाद, कैप्टन अमाल ने ड्यूटी न करने वालों को खाना न देने का सख्त फरमान (Farmaan) सुना दिया। जुबानी जंग इस कदर बढ़ी कि फरहाना ने शहबाज को “गैंडा” और अमाल की “पूंछ” तक बता दिया। शहबाज ने भी तुरंत पलटवार करते हुए अमाल की कैप्टेंसी पर सवाल उठाया कि वह स्थिति को ‘टैकल’ (Tackle) नहीं कर पा रहे हैं।
तान्या मित्तल पर ‘नकली’ होने का आरोप
टास्क के बीच में ही सदस्यों से तीखे सवाल-जवाब का दौर चला, जिसका सबसे बड़ा निशाना तान्या मित्तल बनीं। मालती चाहर ने तान्या पर हमला करते हुए कहा कि तान्या घर में जो दिखाती हैं, वह हैं नहीं; वे सिर्फ कैमरे (Camera) के लिए करती हैं और रिश्ते उनके लिए मैटर (Matter) नहीं करते। मालती ने तान्या को “पूरी बिग बॉस कंटेस्टेंट और झूठी” बताया।
इससे भी गंभीर आरोप लगाते हुए मालती ने कहा कि तान्या स्प्रिचुअल (Spiritual) होने का ढोंग करती हैं, जबकि उन्हें इसका ‘एस’ भी नहीं आता, और वह बहुत ‘मैटेरियलिस्टिक’ (Materialistic) हैं। इस आरोप से तान्या बुरी तरह भड़क उठीं और उन्होंने मालती को ‘दिमाग नहीं है’ कह कर जवाब दिया।
कैप्टन अमाल मलिक का दूसरा बड़ा फरमान भी “सब लोग डाइनिंग टेबल पर ही साथ में खाना खाएंगे” भी घर में नया बवाल लेकर आया। तान्या ने इस ‘तानाशाही’ फरमान को मानने से साफ मना कर दिया और कहा, “हम तुम्हारे घर में नहीं हैं, तुम कहीं के दादा नहीं हो जो खाना नहीं दोगे।”
दूसरे राउंड की एक्टिविटी कुनिका की टीम ने जीती, जिससे सत्ता का यह संग्राम अब और भी दिलचस्प हो गया है। यह ‘सियासी युद्ध’ यह दर्शाता है कि बिग बॉस के घर में कैप्टेंसी की कुर्सी हासिल करने की होड़ ने व्यक्तिगत रिश्तों और दोस्ती को पूरी तरह से किनारे कर दिया है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह सत्ता का संघर्ष घर के समीकरणों को क्या नया मोड़ देता है।

