द लोकतंत्र : छोटे पर्दे की जानी-मानी अभिनेत्री चारु असोपा, जिन्होंने ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ और ‘मेरे अंगने में’ जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों में काम कर घर-घर में अपनी पहचान बनाई है, इन दिनों अपने निजी जीवन और करियर को लेकर चर्चा में हैं। वर्ष 2019 में राजीव सेन से शादी करने और चार साल बाद तलाक लेने के बाद, चारु काफी समय से छोटे पर्दे से दूर हैं, जिससे उनके फैंस के बीच यह धारणा बन गई थी कि उन्होंने अभिनय छोड़ दिया है। हालाँकि, हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में, चारु ने अपने करियर की वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाओं पर खुलकर बात की है।
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में चारु असोपा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने अभिनय को छोड़ा नहीं है, बल्कि उनकी प्राथमिकताएँ बदल गई हैं। चारु ने स्वीकार किया कि वह एक्टिंग को बहुत मिस करती हैं। उन्होंने कहा, “जब आप एक बार एक्टर बन जाते हो तो आप हमेशा के लिए इसका हिस्सा बन जाते हो। सेट पर रहकर अलग-अलग रोल निभाना एक अलग ही अनुभव होता है।”
हालाँकि, चारु ने माँ बनने के बाद अपने जीवन में आए बदलावों पर ज़ोर देते हुए कहा, “लाइफ बदलती है और आपकी प्राथमिकताएं भी बदल जाती हैं। इस समय मेरी बेटी [जियाना] मेरी दुनिया है और हर चीज उसी के आसपास घूमती रहती है।”
एक्ट्रेस ने यह स्पष्ट किया कि वह जानबूझकर उन प्रोजेक्ट्स से दूरी बना रही हैं, जिनमें लंबा समय देना पड़ता है। चारु ने कहा, “मैंने एक्टिंग नहीं छोड़ी है। मैं आज भी उन प्रोजेक्ट्स को कर रही हूँ, जिन्हें मैनेज करना आसान होता है, जिनमें ज्यादा लंबा टाइम नहीं देना पड़ता है।”
यह बयान उन सभी कामकाजी महिलाओं के संघर्ष और संतुलन को दर्शाता है जो सिंगल मदर होने के नाते अपने करियर और बच्चों के बीच सामंजस्य बिठाने का प्रयास करती हैं। यह दिखाता है कि चारु असोपा ने गुणवत्ता और समय प्रबंधन के आधार पर अपने काम का चयन करने की एक नई रणनीति अपनाई है।
चारु असोपा ने अपने कमबैक का वादा भी किया है। उनका मानना है कि जो कहानी उनके लायक होगी, वह उन्हें ढूंढ लेगी। उन्होंने भावनात्मक रूप से कहा कि जब वह अभिनय में लौटेंगी, तो बहुत सारे इमोशन्स के साथ लौटेंगी, क्योंकि माँ बनने के बाद उनके अंदर आए बदलाव उनकी परफॉर्मेंस में भी साफ दिखाई देंगे।
वर्तमान में, चारु असोपा ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर खुद को स्थापित किया है। वह एक सफल यूट्यूबर बन चुकी हैं और उन्होंने अपना क्लोदिंग ब्रांड भी शुरू कर लिया है। वह अपनी मेहनत की कमाई से बीकानेर में एक आलीशान घर खरीदकर बेटी जियाना के साथ वहाँ रह रही हैं। यह न केवल उनकी आर्थिक स्वतंत्रता, बल्कि उनकी भावनात्मक मजबूती को भी दर्शाता है। चारु का यह सफ़र कई महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत है कि निजी जीवन के उतार-चढ़ाव के बावजूद, महिलाएं अपनी शर्तों पर सफलता और खुशी हासिल कर सकती हैं।

