द लोकतंत्र/ आयुष कृष्ण त्रिपाठी : पब्लिक रिलेशंस (पीआर) इंडस्ट्री में महिलाओं की भूमिका तेजी से बदल रही है, और इसका एक बेहतरीन उदाहरण सोनाली सिंह की सफलता से मिलता है। हाल ही में प्रसिद्ध संगीतकार दिलजीत दोसांझ की पीआर इंचार्ज सोनाली सिंह को ‘वुमन इन म्यूजिक’ द्वारा ‘ग्लोबल मैनेजर ऑफ द ईयर’ का प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला। यह उपलब्धि न सिर्फ सोनाली की नेतृत्व क्षमता को उजागर करती है, बल्कि पीआर उद्योग में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और प्रभाव का प्रमाण भी है।
द लोकतंत्र से बातचीत के दौरान सोनाली सिंह ने कहा, आज पीआर इंडस्ट्री में महिलाओं की भूमिका पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। जहां एक समय महिलाओं को सीमित भूमिकाओं तक रखा जाता था, अब वे निर्णायक पदों पर अपनी सृजनात्मकता और संवाद कौशल का प्रदर्शन कर रही हैं।
PR इंडस्ट्री में महिलायें निर्णायक भूमिका में
सोनाली का मानना है कि महिलाओं की क्रिएटिविटी पीआर उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है। सोनाली के नेतृत्व में, अंतरराष्ट्रीय स्टार दिलजीत दोसांझ की सार्वजनिक छवि को बेहद कुशलता से संभाला जा रहा है। सोनाली ने द लोकतंत्र को बताया, दिलजीत के मीडिया इंटरैक्शन, ब्रांड पार्टनरशिप, और उनकी सार्वजनिक छवि को बनाए रखना एक चुनौतीपूर्ण लेकिन रोमांचक जिम्मेदारी है। सोनाली की मुख्य जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना है कि दिलजीत की ब्रांड वैल्यू और सार्वजनिक छवि हर वक्त सकारात्मक बनी रहे।
तस्वीर साभार : रिप्पल इफ़ेक्ट्स स्टूडियो
सोनाली ने अपनी टीम की सदस्य मुद्रा भट्ट की भूमिका का ज़िक्र करते हुए कहती हैं, मुद्रा हमारी टीम की रीढ़ हैं। उनका काम दिलजीत के मीडिया शेड्यूल और ब्रांड प्रमोशन का प्रबंधन करना है, जिससे हर काम सुचारू रूप से चलता रहे। सोनाली ने जहां मुद्रा के योगदान का ज़िक्र कर उनकी तारीफ़ की वहीं मुद्रा ने भी सोनाली के एफर्ट की सराहना करते हुए बताया, सोनाली के साथ काम करना मेरे लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा है। उन्होंने मुझे सिखाया है कि लीडरशिप का मतलब स्पष्टता और समस्या-समाधान में निहित होता है।
पीआर इंडस्ट्री में महिलाओं के लिए सोनाली की सलाह
पीआर में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पर चर्चा करते हुए सोनाली ने कहा, महिलाओं को आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए। यह क्षेत्र क्रिएटिविटी, स्ट्रेटेजिक थिंकिंग, और मजबूत कंम्युनिकेशन स्किल्स की डिमांड करता है। उन्होंने कहा, खुद को विकसित करें, नेटवर्किंग के अवसरों का लाभ उठाएं, और किसी भी चुनौतीपूर्ण भूमिका से पीछे न हटें। बता दें, सोनाली की इस सलाह में पीआर में करियर बनाने वाली महिलाओं के लिए एक स्पष्ट मार्गदर्शन है।
दूसरी ओर, मुद्रा ने पीआर इंडस्ट्री में अपने भविष्य के लक्ष्यों को साझा करते हुए कहा, मैं अपनी पीआर स्किल्स को और निखारने की योजना बना रही हूँ। डिजिटल मीडिया और नवीनतम तकनीकों के साथ, पीआर में बड़े बदलाव आ रहे हैं, और मैं इन नए ट्रेंड्स को अपनाते हुए अपनी क्षमता को और मजबूत करना चाहती हूँ। सोनाली और मुद्रा दोनों का मानना है कि पीआर इंडस्ट्री में सफलता का एकमात्र सूत्र टीमवर्क और लगातार नॉलेज अपडेट करने में है। सोशल मीडिया और तकनीकी विकास ने पीआर की दुनिया को बदल दिया है, और इस बदलाव के साथ तालमेल बैठाना अनिवार्य है।
From Backstage to Boss Moves – सोनाली सिंह ने PR गेम को पूरी तरह बदल दिया
सोनाली सिंह और मुद्रा भट्ट की सफलता न केवल पीआर इंडस्ट्री में महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है, बल्कि यह इस बात का भी प्रमाण है कि महिलाएं अब लीडरशिप में अपनी खास पहचान बना रही हैं। यह कहानी इस बात की मिसाल है कि दृढ़ संकल्प, कठिन परिश्रम, और सही मार्गदर्शन के साथ महिलाएं किसी भी क्षेत्र में शीर्ष पर पहुंच सकती हैं। सोनाली और मुद्रा ने यह साबित किया है कि महिलाओं की भागीदारी और लीडरशिप से पीआर इंडस्ट्री को नए आयाम मिले हैं। यह सफलता गाथा उन सभी महिलाओं को प्रेरित करती है जो इस क्षेत्र में करियर बनाने का सपना देख रही हैं।
सोनाली सिंह और मुद्रा भट्ट की कहानी केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों की नहीं है, बल्कि यह उन सभी महिलाओं की जीत है जो पीआर इंडस्ट्री में अपनी जगह बना रही हैं। टीमवर्क, समर्पण, और लीडरशिप स्किल्स के साथ, ये महिलाएं नए मानक स्थापित कर रही हैं। द लोकतंत्र सोनाली और मुद्रा को उनकी सफलताओं के लिए बधाई देता है।