द लोकतंत्र: भारतीय सिनेमा में एक बार फिर एक नई लहर देखने को मिल रही है और इसका श्रेय जाता है ‘महावतार नरसिम्हा’ को। क्लीम प्रोडक्शंस की इस शानदार फिल्म को होम्बले फिल्म्स ने प्रस्तुत किया है और यह फिल्म ना केवल आध्यात्मिकता बल्कि भव्यता और एडवांस टेक्नोलॉजी का अद्भुत संगम साबित हो रही है।
फिल्म की कहानी भगवान विष्णु के चौथे अवतार ‘नरसिम्हा’ पर आधारित है, जो अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए नर और सिंह के रूप में प्रकट होते हैं। इस पौराणिक गाथा को इतने भव्य और आधुनिक रूप में पेश किया गया है कि यह दर्शकों के दिलों पर छा गई है। फिल्म की सबसे बड़ी खासियत इसकी विजुअल क्वालिटी है जो दर्शकों को सिनेमाघरों की ओर खींचने में सफल रही है।
गुरुवार को फिल्म ने 53 करोड़ रुपये की कमाई कर ली, जो कि किसी भी भारतीय फिल्म के वीकडे कलेक्शन में सबसे बड़ा आंकड़ा माना जा रहा है। ट्रेड एनालिस्ट्स के अनुसार, यह संख्या आने वाले दिनों में और भी तेज़ी से बढ़ सकती है।
फिल्म को 3D में और हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम भाषा में रिलीज़ किया गया है। इसकी विशालता, दमदार बैकग्राउंड स्कोर और डिजिटल एनिमेशन इतने प्रभावशाली हैं कि हर वर्ग के दर्शक इससे जुड़ाव महसूस कर रहे हैं।
डायरेक्टर अश्विन कुमार की यह फिल्म न केवल एक धार्मिक यात्रा है बल्कि एक विज़ुअल एक्सपीरियंस भी है, जिसे बड़े पर्दे पर देखना अपने आप में एक आध्यात्मिक अनुभव बन जाता है। फिल्म का निर्माण शिल्पा धवन, कुशल देसाई और चैतन्य देसाई द्वारा किया गया है। होम्बले फिल्म्स का तकनीकी सपोर्ट फिल्म को और भी प्रीमियम बनाता है।
महावतार यूनिवर्स की यह पहली कड़ी है। अगले दशक में इस यूनिवर्स में कुल 10 फिल्में आएंगी, जो भगवान विष्णु के दशावतार पर आधारित होंगी, जिनमें परशुराम, राम, कृष्ण और कल्कि तक की कथाएं शामिल हैं।
अगर आप पौराणिक कथाओं में रुचि रखते हैं और आधुनिक सिनेमा की शानदार प्रस्तुति देखना चाहते हैं, तो ‘महावतार नरसिम्हा’ को मिस करना आपके लिए एक बड़ी चूक हो सकती है।