द लोकतंत्र : मशहूर पॉप सिंगर नेहा कक्कड़ एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। उनका हालिया रिलीज गाना ‘कैंडी शॉप’ सोशल मीडिया पर अपनी गायकी से ज्यादा अपने चित्रांकन और नृत्य शैलियों के कारण आलोचना झेल रहा है। जहाँ एक ओर सोशल मीडिया यूजर्स इसे ‘अश्लील’ करार दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रतिष्ठित लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने इस मुद्दे को एक गंभीर मोड़ देते हुए रियलिटी शो के निर्माताओं की जवाबदेही पर प्रश्न चिह्न लगा दिया है। यह विवाद अब केवल एक गाने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि मनोरंजन उद्योग में ‘रोल मॉडल’ की परिभाषा पर बहस छेड़ चुका है।
मालिनी अवस्थी का तीखा प्रहार: जज की योग्यता पर सवाल
पद्मश्री से सम्मानित गायिका मालिनी अवस्थी ने न केवल गाने की निंदा की, बल्कि सोनी टीवी को भी आड़े हाथों लिया।
- निर्माताओं से जवाबतलबी: मालिनी ने अपने आधिकारिक ट्वीट में पूछा कि सोनी टीवी किस तर्क के आधार पर वर्षों से नेहा कक्कड़ को ‘इंडियन आइडल’ जैसे प्रतिष्ठित मंच पर निर्णायक (Judge) के रूप में नियुक्त कर रहा है?
- बच्चों पर प्रभाव: उन्होंने तर्क दिया कि जिस मंच पर मासूम बच्चे अपनी प्रतिभा दिखाने आते हैं, वहाँ उनके सामने ऐसे व्यक्तित्व होने चाहिए जो समाज के लिए एक सकारात्मक उदाहरण पेश कर सकें। मालिनी ने नेहा के कृत्यों को ‘निंदनीय’ और ‘घटिया’ बताते हुए कड़ा विरोध दर्ज किया है।
विषय-वस्तु और ट्रोलिंग: सोशल मीडिया पर जनाक्रोश
‘कैंडी शॉप’ गाने के बोल और संगीत टोनी कक्कड़ ने तैयार किए हैं। विवाद की मुख्य जड़ गाने के नृत्य निर्देशन (Choreography) को माना जा रहा है।
- यूजर्स की प्रतिक्रिया: डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लोग लिख रहे हैं कि इस प्रकार के कंटेंट का युवा पीढ़ी पर नकारात्मक असर पड़ता है। यूजर्स ने गाने के स्टेप्स को ‘भद्दा’ बताते हुए नेहा को उनकी सामाजिक जिम्मेदारी याद दिलाई है।
- रीमिक्स का इतिहास: उल्लेखनीय है कि नेहा कक्कड़ पूर्व में भी ‘आंख मारे’, ‘दिलबर’ और ‘ओ साकी साकी’ जैसे मूल गानों के पुनर्निर्माण (Remake) को लेकर आलोचनाओं का सामना कर चुकी हैं।
अभी तक नेहा कक्कड़ या सोनी टीवी की ओर से इस गंभीर आलोचना पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। मनोरंजन जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल युग में ‘व्यूज’ (Views) पाने की होड़ अक्सर कलात्मक गरिमा पर हावी हो जाती है। मालिनी अवस्थी द्वारा उठाया गया यह सवाल आगामी समय में रियलिटी शोज के जजिंग पैनल के चयन प्रक्रिया में बड़े बदलाव का आधार बन सकता है। अब सभी की निगाहे नेहा कक्कड़ के जवाब पर टिकी हैं।

