द लोकतंत्र: हिंदी सिनेमा में कई तरह की फिल्में बनती हैं, जिन्हें लोगों की तारीफों के अलावा अवॉर्ड से भी नवाजा जाता है. हिंदी फिल्मी सिनेमा की बात करें, तो इस फील्ड में सबसे बड़ा सम्मान दादा साहब फाल्के अवॉर्ड, जिसके बाद नेशनल फिल्म अवॉर्ड को जगह मिली है. बॉलीवुड में ही एक ऐसी एक्ट्रेस शामिल हैं, जिन्हें उनकी पहली ही फिल्म के लिए ये अवॉर्ड मिला था. इतना ही नहीं ये वो एक्ट्रेस हैं, जिन्हें सबसे ज्यादा नेशनल फिल्म अवॉर्ड हासिल हैं.
फिल्मी दुनिया में ऐसे कई सारे अवॉर्ड्स हैं, जो एक्टर्स और फिल्ममेकर समेत बाकी लोगों को प्रोत्साहन देने के लिए उनके काम के लिए उन्हें नवाजा जाता है. उन्ही में नेशनल अवॉर्ड भी शामिल है. हाल ही में 71वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड की अनाउंसमेंट हुई, जिसमें साल 2023 की फिल्मों, एक्टर्स और बाकी को ये खिताब हासिल हुआ है. फिल्मी दुनिया का हर सितारा इस अवॉर्ड को पाने की चाहत रखता है.
पहली फिल्म के लिए अवॉर्ड
शाहरुख खान की ही बात करें, तो बॉलीवुड में एक्टर को 33 साल हो चुके हैं और अब जाकर एक्टर को उनकी फिल्म ‘जवान’ के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड हासिल हुआ है. हालांकि, जहां लोग एक नेशनल अवॉर्ड की ख्वाहिश रखते हैं, तो वहीं बॉलीवुड एक्ट्रेस शबाना आजमी को उनकी पहली फिल्म के लिए ये अवॉर्ड हासिल हो गया था. साल 1974 में फिल्म ‘अंकुर’ रिलीज हुई थी, इस फिल्म से शबाना आजमी ने डेब्यू किया था.
10 साल में मिला 3 अवॉर्ड
‘अंकुर’ श्याम बेनेगल के डायरेक्शन में बनी फिल्म है. इस फिल्म में एक्ट्रेस ने दलित महिला का रोल निभाया था. इस फिल्म के लिए एक्ट्रेस को 1975 में नेशनल अवॉर्ड मिला था. इस फिल्म के बाद साल 1982 में आई फिल्म ‘अर्थ’ के लिए शबाना आजमी को उनका दूसरा नेशनल अवॉर्ड मिला था. तीसरे अवॉर्ड की बात करें, तो एक्ट्रेस को उनका तीसरा अवॉर्ड फिल्म ‘खंडहर’ के लिए दिया गया था, जो कि साल 1984 में आई थी.
सबसे ज्यादा अवॉर्ड हासिल
शबाना आजमी को उनका चौथा नेशनल अवॉर्ड फिल्म ‘पार’ के लिए मिला था, इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह और ओमपुरी ने अहम किरदार में थे. ये फिल्म गरीबी, शोषण जैसे मुद्दों को बखूबी दिखाती है. साल 1985 में ये फिल्म रिलीज हुई थी. पांचवे अवॉर्ड की बात करें, तो शबाना आजमी ने ये अवॉर्ड अपनी फिल्म ‘गॉडमदर’ के लिए मिला था. ये फिल्म 1999 में आई थी, जो कि 80 और 90 के दशक में गुजरात के पोरबंदर की गैंगस्टर संतोबेन जडेजा की कहानी पर बेस्ड थी.