द लोकतंत्र : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तेलंगाना में 29 फिल्मी सितारों, यूट्यूबर्स और इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर्स के खिलाफ अवैध सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार करने के आरोप में कार्रवाई शुरू की है। इसमें एक्टर विजय देवरकोंण्डा, राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, निधि अग्रवाल समेत अन्य नाम शामिल हैं। यह कार्रवाई साइबराबाद पुलिस की एफआईआर के आधार पर की गई है।
घटना का विवरण और एफआईआर का आधार
मामला तब प्रकाश में आया जब एक व्यवसायी ने आरोप लगाया कि इन ऐप्स को समर्थन देकर मध्यम वर्गीय परिवारों को वित्तीय संकट में डाला जा रहा है। बता दें कि 19 मार्च 2025 को साइबराबाद पुलिस ने 25 हस्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसमें भादंसं, तेलंगाना गेमिंग एक्ट और आईटी एक्ट की धाराएं शामिल थीं ।
ED की नई कार्रवाई, PMLA के तहत जांच
ED ने इस मामले को पैसवॉश से जोड़ते हुए PMLA के तहत मामला दर्ज कर फंड ट्रांजेक्शन, प्रचार शुल्क और टैक्स रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, इन ऐप्स में हजारों करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है, जिससे युवा वर्ग को आकर्षक लेकिन वित्तीय और मानसिक नुकसान होता दिखा।
कलाकारों की प्रतिक्रिया
विजय देवरकोंण्डा की टीम ने स्पष्ट किया कि उनका जुड़ाव सिर्फ कौशल-आधारित गेमिंग प्लेटफॉर्म A23 (जो 2023 में बंद हुआ) के साथ था। इसके अलावा प्रकाश राज ने बताया कि उन्होंने 2016 में एक ऐप प्रमोट किया था पर उसे बाद में गलत मानकर छोड़ दिया। वहीं, राणा दग्गुबाती ने कहा कि उनका जुड़ाव कानून के अनुसार था और वे न्यायिक रूप से सही तरीके से जुड़े रहे।
नियामक एजेंसियां चेतावनी दे चुकी हैं कि जानबूझकर या अनजान में अवैध ऐप्स का प्रचार करना युवा पीढ़ी को आर्थिक समस्या और मानसिक तनाव में डाल सकता है ।
यह मामला डिजिटल डिफ़ॉल्ट कानूनों के तहत आने वाले पराजित प्रचारों की ओर एक चेतावनी की तरह है। जैसे-जैसे ED की जांच गहराती जाएगी, कलाकारों की कानूनी स्थिति स्पष्ट होगी और यह देखने योग्य होगा कि क्या जुर्म साबित होता है या कलाकार निर्दोष पाए जाते हैं।