द लोकतंत्र : 2025 अब तक भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए बेहद खास साल साबित हुआ है। इस साल जहां बॉलीवुड की कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर चुकी हैं, वहीं साउथ इंडस्ट्री ने भी अपने कंटेंट और कहानी के दम पर दर्शकों का दिल जीत लिया। आईएमडीबी (IMDb) ने अब तक की टॉप 5 बेस्ट फिल्मों की लिस्ट 2025 जारी की है। सबसे हैरानी की बात ये है कि इस लिस्ट में सलमान खान, अजय देवगन और अक्षय कुमार जैसे बड़े सितारों की कोई भी फिल्म जगह नहीं बना पाई है।
आइए जानते हैं IMDb Top 5 Best Movies of 2025 में कौन-कौन सी फिल्में शामिल हैं और क्यों ये खास हैं:
सैयारा (IMDb Rating: 7.1)
मोहित सूरी के डायरेक्शन में बनी इस रोमांटिक म्यूजिकल ड्रामा ने दुनियाभर में धूम मचाई है। फिल्म की कहानी, किरदार और म्यूजिक ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी है। अनीत पड्डा और अहान पांडे की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री ने दर्शकों को खूब प्रभावित किया। यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है।
छावा (IMDb Rating: 7.3)
विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना स्टारर इस फिल्म ने 2025 की शुरुआत में ही जोरदार एंट्री की थी। फिल्म में विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज का किरदार निभाया है, जिसे देख दर्शकों के रोंगटे खड़े हो गए। ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित इस फिल्म को नेटफ्लिक्स पर देखा जा सकता है।
महावतार नरसिम्हा (IMDb Rating: 9.1)
अश्विन कुमार की ये फिल्म भारतीय पौराणिक कहानियों पर आधारित है। इसमें भक्त प्रह्लाद और भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की गाथा दिखाई गई है। शानदार विजुअल्स, दमदार डायलॉग्स और शक्तिशाली बैकग्राउंड म्यूजिक ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस फिल्म को देखने के बाद थिएटर्स में जयकारे गूंजे। यह नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है।
ड्रैगन (IMDb Rating: 7.9)
तमिल इंडस्ट्री की इस फिल्म में कायडु लोहार और अनुपमा परमेश्वरम की जोड़ी को दर्शकों ने बेहद पसंद किया। 21 फरवरी को रिलीज हुई इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर बंपर कमाई की थी। सस्पेंस और इमोशन से भरी ये मूवी नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है।
कुली (IMDb Rating: 6.4)
थलाइवा रजनीकांत की इस फिल्म ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उनका स्टारडम अटूट है। दर्शकों ने थिएटर में फिल्म को खूब सराहा और इसने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कलेक्शन भी किया। यदि आपने इसे मिस कर दिया तो अब अमेज़न प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं।
2025 की Top 5 Best Movies की लिस्ट में बॉलीवुड के बड़े स्टार्स की गैरमौजूदगी यह दिखाती है कि दर्शक अब कंटेंट और दमदार कहानी को ज्यादा महत्व देने लगे हैं। साउथ सिनेमा की पकड़ मजबूत हो रही है और क्षेत्रीय कहानियां भी अब राष्ट्रीय स्तर पर छा रही हैं।