द लोकतंत्र : एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को बजट सत्र के दौरान मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। ओवैसी ने कहा कि लगता है वो इस देश के पीएम नहीं पुजारी सम्राट बन चुके हैं। मोदी हिंदू राष्ट्र का इतिहास लिखना चाहते हैं। ओवैसी ने आगे कहा, आज 17 करोड़ मुस्लिमों की हालत वैसी ही है जैसी एक जमाने में हिटलर के दौर में यहूदियों की हालत थी। देश का लोकतंत्र खोखला हो चुका है।
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी बोले मुसलमानों के मन में पैदा हुआ है अविश्वास
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल में देश के 17 करोड़ मुसलमानों के मन में अविश्वास पैदा हो गया है। वे सोचते हैं कि आज उनकी पहचान खतरे में है। उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रपति ने कहा था 22 जनवरी एक ऐतिहासिक दिन है, यह तारीखी दिन इसलिए है, क्योंकि इसकी बुनियाद 6 दिसंबर को रखी गई थी। इस सरकार ने लोकतंत्र को खोखला कर दिया और एक शख्स, एक मजहब, एक जुबान और एक विचारधारा को मजबूत कर दिया गया है।
ओवैसी ने कहा, आज देश के मुसलमानों का हालत ऐसी हो गई है, जैसे हिटलर के दौर में यहूदियों की हुआ करती थी। स्कूल में सबसे ड्रॉप आउट और स्कूल में सबसे कम एनरोलमेंट मुसलमानों में है। वहीं, सरकार में मुसलमानों के बच्चो को मिलने वाली स्कॉलरशिप को कम कर दिया।
बता दें, ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी बजट सत्र के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा, कोई भी सरकार और पार्टी सिर्फ जबरदस्ती से कायम नहीं रह सकती है। प्रधानमंत्री एक नया इतिहास लिखना चाहते हैं कि मैंने गांधी और आंबेडकर के देश को हिंदु राष्ट्र बना दिया। मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे हिंदू भाई प्रधानमंत्री की इस सोच को नाकाम करेंगे।
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उन्होंने कहा, मुझे आज भी देश के रूल ऑफ लॉ पर भरोसा है। आप 1991 के वर्शिप एक्ट की बात क्यों नहीं करते। आप बस 500 साल की बात करते हैं, उससे पहले जैनिज्म और बौद्धिज्म पर जाइए। पहले लोकतंत्र नहीं था, बादशाहत थी। ओवैसी ने दिल्ली के महरौली मस्जिद का भी जिक्र करते हुए कहा कि आपने उस 600 साल पुरानी मस्जिद को बिना नोटिस दिए गिरा दिया। उन्होंने आगे कहा कि आप अजमेर शरीफ की दरगाह पर चादर चढ़ाइए लेकिन मेरी चादर मुझसे मत छीनिए।