द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया। अखिलेश यादव ने गोमतीनगर स्थित लोहिया पार्क में पहुंचकर डॉ. लोहिया की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और उनके विचारों पर चलते हुए समाज में समानता और न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया।
भाजपा के ‘स्वदेशी’ नारे पर अखिलेश का तंज
पुण्यतिथि कार्यक्रम के बाद अखिलेश यादव ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, भाजपा के लोग मुंह से ‘स्वदेशी’ और मन से ‘विदेशी’ हैं। एक ओर सरकार विदेशी कंपनियों को बुलाकर पूरा बाजार उनके हवाले कर रही है, वहीं दूसरी ओर ‘स्वदेशी अपनाओ’ का नारा देती है। अखिलेश ने सवाल उठाया कि अगर भाजपा सचमुच स्वदेशी चाहती है, तो चीन जैसे देशों से व्यापार सबसे ज्यादा क्यों बढ़ा है और पूरा इलेक्ट्रॉनिक बाजार विदेशी कंपनियों के हाथों में क्यों है।
इसके अलावा, सपा प्रमुख ने किसानों की दुर्दशा पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि किसान आज भी खाद की कमी से जूझ रहा है और कई जगहों पर किसानों को खाद के लिए लाठियां खानी पड़ रही हैं। सरकार खाद तक नहीं दे पा रही है, किसान खाद के लिए मर रहे हैं, और सरकार केवल भाषण दे रही है। उन्होंने आगे कहा कि गन्ना किसानों की हालत भी खराब है, सरकार उनकी कीमतें नहीं बढ़ा पा रही।
चुनावी चंदे से चल रहा भाजपा का तंत्र
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा और उसके सहयोगी दल चुनावी चंदे से ही बिहार विधानसभा चुनाव जीतने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि यही पैसा भाजपा उत्तर प्रदेश के चुनावों में भी खर्च करेगी। जब सरकार उद्योगपतियों से मुनाफा कमाएगी, तो महंगाई कैसे रुकेगी? भाजपा का पूरा ढांचा चंदे और मुनाफे पर टिका है।
सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा सबसे जातिवादी पार्टी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य विभागों में केवल स्वजातीय अधिकारियों की तैनाती कर रहे हैं। इसका मकसद है जमीनों पर कब्जा करना और काला कारोबार बढ़ाना।
‘भाजपा के काले कारनामों’ की सूची तैयार करेगी सपा
अखिलेश ने ऐलान किया कि समाजवादी पार्टी जल्द ही भाजपा सरकार के काले कारनामों की सूची तैयार करेगी। इसमें उन अधिकारियों के नाम होंगे जिन्होंने दलितों और आम जनता को परेशान किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में जमीन कब्जा और भ्रष्टाचार चरम पर है। कानपुर में एक लेखपाल का सौ करोड़ का मामला सामने आया है, जिसमें कई अधिकारी शामिल हैं।
साथ ही, सुभासपा द्वारा बिहार चुनाव में 52 प्रत्याशी उतारने की चर्चा पर अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए कहा कि हीरो के साथ एक साइड हीरो होता है, विलेन के साथ एक साइड विलेन। कभी-कभी साइड वाले फेमस हो जाते हैं।
‘घुसपैठ’ बयान पर भाजपा को घेरा
गृह मंत्री अमित शाह के मुस्लिम जनसंख्या बढ़ने के बयान पर अखिलेश यादव ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा फर्जी आंकड़ों का इस्तेमाल कर रही है और जनता को गुमराह कर रही है। अगर यूपी में घुसपैठिए हैं तो योगी आदित्यनाथ खुद भी उत्तराखंड से आए हैं, यानी वे भी विचारधारा से घुसपैठिए हैं।
दलित अत्याचार और कानून व्यवस्था पर हमला
हरियाणा में एडीजी के आत्महत्या मामले और यूपी में दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में जातिगत भेदभाव चरम पर है। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक इस सरकार में दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुए हैं। पुलिस अधिकारी कानून व्यवस्था छोड़, विपक्षियों पर झूठे मुकदमे दर्ज करने में लगे हैं।
रायबरेली में वाल्मीकि समाज के युवक की हत्या पर अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिर्फ मंच से झूठ बोल रहे हैं। मुख्यमंत्री सफेद टेबल पर बैठकर काला झूठ बोलते हैं।