द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) और विपक्षी भाजपा के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज़ हो गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर तीखी टिप्पणियां की हैं। ममता ने कहा कि शाह का व्यवहार ‘कार्यवाहक प्रधानमंत्री’ जैसा है और प्रधानमंत्री को उनके सभी कार्यों से वाकिफ होना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “शाह एक दिन आपके लिए मीर जाफर जैसे बन सकते हैं।” मीर जाफर का जिक्र 18वीं सदी के पलासी युद्ध में नवाब सिराजुद्दौला के साथ धोखे के संदर्भ में किया गया।
अमित शाह के इशारे पर काम कर रहा चुनाव आयोग
ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाए और कहा कि मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (SIR) को लागू करने के नाम पर जो कदम उठाए जा रहे हैं, वे अमित शाह के इशारे पर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि शाह कार्यवाहक प्रधानमंत्री की तरह काम कर रहे हैं और केंद्र सरकार के शीर्ष अधिकारी भी इससे वाकिफ हैं। इससे पहले भी ममता ने पीएम मोदी पर प्राकृतिक आपदा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सियासत करने के आरोप लगाए थे।
ममता बनर्जी को प्रदेश की कानून व्यवस्था पर जवाब देना चाहिए
वहीं, भाजपा ने बंगाल में कानून-व्यवस्था और राजनीतिक हिंसा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को प्रदेश की कानून व्यवस्था पर जवाब देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता के कार्यकाल में राजनीतिक हिंसा संस्थागत और सामान्य हो चुकी है। पूनावाला ने याद दिलाया कि 6 जनवरी 2024 को TMC की भीड़ ने ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ जवानों पर हमला किया था।
भाजपा नेता ने विपक्षी गठबंधन INDIA में शामिल दलों पर भी सवाल उठाए और कहा कि यह आक्रोश चुनिंदा और राजनीतिक एजेंडे पर आधारित है। उन्होंने मार्च और अप्रैल में आदिवासी नेताओं और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ TMC के नेताओं की हिंसक और अस्वीकार्य टिप्पणियों का उल्लेख किया। पूनावाला ने कहा कि ममता नीत बंगाल सरकार की मानसिकता तालिबानी शैली की है, जिससे लोगों का मन भय से भरा हुआ है।
आपदा प्रबंधन में असफल ममता सरकार
भाजपा ने TMC सरकार पर भ्रष्टाचार और आपदा प्रबंधन में असफलता का भी आरोप लगाया। उत्तर बंगाल में हाल ही में बाढ़ और भूस्खलन में 35 से अधिक लोगों की मौत और 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। पूनावाला ने कहा कि इस आपदा के लिए पूरी तरह TMC सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने हाल ही में आदिवासी समुदाय से आए भाजपा नेताओं पर हुई हिंसा को भी टीएमसी की राजनीतिक हताशा के रूप में पेश किया। खगेन मुर्मू और शंकर घोष पर हुए हमलों को सुनियोजित बताया गया।
भाजपा नेताओं ने कहा कि ममता सरकार की यह रणनीति केवल राजनीतिक विरोधियों को डराने और भय फैलाने के उद्देश्य से की जा रही है। पश्चिम बंगाल की जनता आज भी कानून, सुरक्षा और सुशासन की उम्मीद लगाए बैठी है। राजनीतिक घटनाक्रम और आरोप-प्रत्यारोप के बीच राज्य में आगामी चुनावी समीकरणों पर भी गहरी छाया पड़ने की संभावना है।