द लोकतंत्र/ लखनऊ : AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली द्वारा राष्ट्रनायक महाराजा सुहेलदेव राजभर को ‘लुटेरा’ कहे जाने के बाद यूपी की सियासत में जबरदस्त हलचल मच गई है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने इस बयान को करोड़ों भारतीयों की आस्था और सम्मान पर सीधा प्रहार करार दिया है। पार्टी के नेताओं ने कहा कि शौकत अली का बयान न केवल एक ऐतिहासिक व्यक्तित्व का अपमान है, बल्कि भारत की संस्कृति और गौरव के प्रति असम्मान का प्रतीक है।
सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने शौकत अली पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा, महाराजा सुहेलदेव वह युगपुरुष थे, जिन्होंने 1034 ईस्वी में विदेशी आक्रांता ग़ाज़ी सैय्यद सालार मसूद को परास्त कर भारत की संस्कृति, सनातन परंपरा और स्वाभिमान की रक्षा की थी। ऐसे राष्ट्रनायक को ‘लुटेरा’ कहना AIMIM की गुलाम मानसिकता और भारत विरोधी सोच को उजागर करता है।
जूता मारने वाले को ₹51,111 का इनाम
पीयूष मिश्रा ने चेतावनी दी कि यदि शौकत अली ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो सुभासपा लोकतांत्रिक तरीके से उनका राजनीतिक बहिष्कार करेगी। उन्होंने यह भी कहा, महाराजा सुहेलदेव का अपमान, भारत माता का अपमान है, जिसे देश कभी सहन नहीं करेगा। मिश्रा ने यहां तक ऐलान कर दिया कि यदि कोई व्यक्ति शौकत अली को वीर योद्धा की तरह जूता मारेगा, तो उसे ₹51,111 का इनाम दिया जाएगा।
इतिहास की जानकारी नहीं, पाकिस्तान चले जाएं – अरुण राजभर
पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर ने भी AIMIM नेता के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, शौकत अली को इतिहास की रत्ती भर जानकारी नहीं है। वे विदेशी आक्रांताओं को वीर योद्धा बताते हैं और उस महान राजा को लुटेरा कहते हैं, जिसने भारत की धरती को आक्रांताओं से बचाया। ऐसे लोग भारत में रहने का अधिकार खो देते हैं। उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
अरुण राजभर ने शौकत अली के बयान को मानसिक दिवालियापन करार देते हुए कहा, ऐसे लोगों को मानसिक चिकित्सालय में भर्ती कराने की जरूरत है। यह साबित करता है कि AIMIM जैसी पार्टियां आज भी विदेशी मानसिकता की गुलामी कर रही हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि महाराजा सुहेलदेव का अपमान, भारत की मिट्टी और शौर्य का अपमान है।
सुभासपा की सख्त चेतावनी
सुभासपा नेताओं ने साफ़ किया कि वे किसी भी कीमत पर राष्ट्रनायकों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। पीयूष मिश्रा और अरुण राजभर दोनों ने कहा कि यदि AIMIM नेता ने जल्द माफी नहीं मांगी, तो पार्टी पूरे प्रदेश में लोकतांत्रिक विरोध करेगी।
उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेलदेव न केवल पूर्वांचल के गौरव हैं, बल्कि पूरे भारत के वीरता और राष्ट्रभक्ति के प्रतीक हैं। उनका अपमान करोड़ों भारतीयों की भावनाओं को आहत करता है। सुभासपा नेताओं ने AIMIM नेतृत्व से मांग की कि वे शौकत अली को तुरंत पार्टी से निलंबित करें और उनके बयान से सार्वजनिक रूप से पल्ला झाड़ें।