द लोकतंत्र: बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के बीच, मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) अभियान में लापरवाही बरतने पर प्रशासन सख्त हो गया है। बेगूसराय जिला प्रशासन ने एक बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) को निलंबित कर दिया है, जिस पर चुनाव से जुड़ी ग़लत और भ्रामक जानकारियां साझा करने का आरोप है।
मटिहानी विधानसभा क्षेत्र से मामला
प्रशासन की ओर से जारी बयान के अनुसार, निलंबित BLO मटिहानी विधानसभा क्षेत्र में SIR अभियान के अंतर्गत कार्यरत था और पेशे से एक पंचायत शिक्षक है। आरोप है कि उन्होंने मीडिया चैनलों से चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी कुछ तथ्यहीन और भ्रामक जानकारी साझा की, जिससे आम जनता में भ्रम फैलने की आशंका पैदा हो गई।
प्रशासन ने इस कृत्य को गंभीर मानते हुए BLO को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और उसके खिलाफ FIR भी दर्ज कर दी गई है। हालांकि, अभी तक BLO का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है।
SIR अभियान की गंभीरता
गौरतलब है कि बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है। चुनाव आयोग ने इसके मद्देनज़र राज्यव्यापी विशेष पुनरीक्षण अभियान शुरू किया है, जिसमें बूथ लेवल अधिकारी मतदाताओं की जानकारी सत्यापित कर रहे हैं।
SIR अभियान के तहत:
घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी का सत्यापन किया जा रहा है।
नए नाम जोड़े जा रहे हैं।
पुराने या मृत व्यक्तियों के नाम हटाए जा रहे हैं।
यह अभियान चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए अहम माना जा रहा है।
लापरवाही पर सख्ती
बेगूसराय जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी BLO या चुनाव कर्मी की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अन्य BLO और कर्मचारियों को भी चेतावनी दी गई है कि वे मतदाता सूची से संबंधित कार्यों को पूरी निष्ठा और पारदर्शिता से करें, वरना उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि मामला गंभीर है और विस्तृत जांच जारी है।
बिहार जैसे बड़े और राजनीतिक रूप से संवेदनशील राज्य में चुनाव प्रक्रिया में कोई भी ढिलाई लोकतंत्र की नींव को कमजोर कर सकती है। बेगूसराय में BLO की निलंबन की कार्रवाई एक संदेश है कि चुनावी पारदर्शिता के प्रति किसी भी तरह की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।