द लोकतंत्र/ पटना : बिहार चुनाव 2025 के पहले चरण को लेकर एनडीए की तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। प्रत्याशियों की आधिकारिक घोषणा बस औपचारिकता भर रह गई है। वहीं गठबंधन की ओर से नामांकन प्रक्रिया को एक भव्य राजनीतिक आयोजन का रूप देने की पूरी रणनीति तैयार कर ली गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खुद तीन दिन तक बिहार में रहकर नामांकन सभाओं की मॉनिटरिंग करेंगे और कई जिलों में जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे। भाजपा का लक्ष्य है कि नामांकन सभाओं के माध्यम से कार्यकर्ताओं में जोश और जनता में चुनावी माहौल का उत्साह पैदा किया जाए।
NDA नामांकन सभाओं देगी भव्य स्वरूप
15 से 18 अक्टूबर के बीच होने वाली इन नामांकन सभाओं को एनडीए पूरी तरह भव्य स्वरूप देने जा रहा है। इन सभाओं में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री हिस्सा लेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, नामांकन सभा को एक “चुनावी शंखनाद” के रूप में पेश किया जाएगा ताकि जनता में यह संदेश जाए कि एनडीए पूरे आत्मविश्वास के साथ चुनावी मैदान में उतर चुका है।
पहले चरण की नामांकन रैलियों के लिए भाजपा ने आठ और जदयू ने तीन हेलीकॉप्टर का इंतजाम किया है। इन हेलीकॉप्टरों के जरिये शीर्ष नेता और स्टार प्रचारक बिहार के विभिन्न जिलों में नामांकन सभाओं को संबोधित करेंगे। वहीं भाजपा के विधि प्रकोष्ठ और चुनाव प्रकोष्ठ प्रमुख राधिका रमण के नेतृत्व में 150 अधिवक्ताओं का पैनल भी बनाया गया है, जो जिलों में जाकर नामांकन प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराएंगे।
सामाजिक/क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कई राज्यों के मुख्यमंत्री मैदान में
भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बिहार भेजने का निर्णय लिया है। इनमें राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, मध्य प्रदेश के मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के विष्णु देव साई, ओडिशा के मोहन चरण माझी, महाराष्ट्र के देवेंद्र फडणवीस, गुजरात के भूपेंद्र पटेल, असम के हिमंत बिस्वा सरमा, उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी और हरियाणा के नायब सिंह सैनी शामिल हैं। ये सभी मुख्यमंत्री विभिन्न जिलों में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे।
केंद्रीय मंत्रियों में भाजपा अध्यक्ष और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी, धर्मेंद्र प्रधान, शिवराज सिंह चौहान, जीतन राम मांझी, ललन सिंह, मनोहर लाल खट्टर, पीयूष गोयल, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, अश्विनी वैष्णव, भूपेंद्र यादव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सीआर पाटिल, गजेंद्र सिंह शेखावत, हरदीप सिंह पुरी, चिराग पासवान और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जैसे कई दिग्गज नेताओं के आने का कार्यक्रम तय किया गया है।
नामांकन से चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत
एनडीए का मकसद है कि नामांकन सभा के मंच से ही चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत की जाए। अमित शाह के तीन दिवसीय बिहार प्रवास को इसी रणनीति का केंद्र माना जा रहा है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, “नामांकन सभा अब केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह कार्यकर्ताओं के लिए ऊर्जा का स्रोत और जनता के लिए एनडीए की एकजुटता का संदेश होगी।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जब विपक्षी दल अब भी सीट शेयरिंग के पेंच में फंसे हैं, तब एनडीए ने संगठन, प्रचार और जनसभाओं की योजना पहले ही पूरी कर ली है। अमित शाह की सक्रियता और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी इस बात का संकेत है कि एनडीए इस बार “मिशन 2025 – दोबारा डबल इंजन सरकार” के नारे के साथ पूरे जोश और रणनीति से चुनावी मैदान में उतर चुका है।

