द लोकतंत्र : मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने मई 2023 से जारी हिंसा के लिए राज्य के लोगों से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी है। उन्होंने इसे राज्य के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण समय बताया और अपील की कि लोग बीते समय की गलतियों को भूलकर माफ कर दें। बीरेन सिंह ने 2025 तक राज्य में शांति स्थापित होने की उम्मीद भी जताई।
बीरेन सिंह ने कहा, यह साल मणिपुर के लिए बहुत कठिन रहा। 3 मई के बाद जो घटनाएं हुईं, उनके लिए मैं राज्य के लोगों से माफी मांगता हूं। इस हिंसा में कई लोगों ने अपनों को खो दिया और कई को अपना घर छोड़ना पड़ा। यह बेहद दुखद है।
यह भी पढ़ें : BJP के सहयोगी दल बने सिरदर्द, ओम प्रकाश राजभर की चेतावनी NDA में सीट नहीं मिली तो अकेले लड़ेंगे
मणिपुर में जारी हिंसा का कारण
मई 2023 में मैतेई समुदाय द्वारा एसटी (अनुसूचित जनजाति) का दर्जा मांगे जाने के बाद कुकी समुदाय के विरोध के चलते हिंसा भड़क उठी। मणिपुर की 53% आबादी मैतेई समुदाय की है, जो मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है। वहीं, नागा और कुकी समुदाय पहाड़ी इलाकों में बसे हैं और उनकी जनसंख्या 40% है। हिंसा में अब तक करीब 180 लोगों की जान जा चुकी है और सैकड़ों परिवार विस्थापित हुए हैं।
प्रतिबंधित संगठन पीआरईपीएके के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया
बीते शुक्रवार को इंफाल ईस्ट जिले के सनसाबी और आसपास के गांवों में हथियारबंद हमलावरों ने गोलीबारी और बम हमले किए, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि, इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ। इसके अलावा, मणिपुर पुलिस ने प्रतिबंधित संगठन पीआरईपीएके के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। इन पर जबरन वसूली में शामिल होने का आरोप है। पुलिस ने उनके पास से तीन मोबाइल फोन और 12 मांग पत्र भी जब्त किए हैं।
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने राज्य में शांति बहाली के लिए सभी समुदायों से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा, मैं राज्य के सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि हम मिलकर शांति और स्थिरता की दिशा में काम करें। मणिपुर के बेहतर भविष्य के लिए हमें पुरानी कड़वाहट को भुलाना होगा।