द लोकतंत्र : पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद, उनकी सादगी और ईमानदारी से जुड़े कई किस्से सामने आ रहे हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण की एक सोशल मीडिया पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है।
असीम अरुण, जो 2004 से 2007 तक एसपीजी में डॉ. सिंह के क्लोज प्रोटेक्शन टीम (सीपीटी) का नेतृत्व कर चुके हैं, ने उनके साथ अपने अनुभव साझा किए। असीम अरुण ने लिखा, मैंने तीन साल तक उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली। मेरे पद की प्रकृति ऐसी थी कि मैं उनकी परछाई की तरह हर समय उनके साथ रहता।
असीम अरुण ने डॉ. मनमोहन सिंह की सादगी को याद करते हुए बताया कि पीएम बनने के बाद भी उनका जुड़ाव अपनी पुरानी मारुति 800 कार से बना रहा। उन्होंने लिखा, डॉ. साहब बार-बार मुझसे कहते कि उन्हें अपनी मारुति में चलना पसंद है। लेकिन जब मैं उन्हें समझाता कि बीएमडब्ल्यू उनके लिए सुरक्षा के लिहाज से जरूरी है, तो वे मान जाते। हालांकि, जब भी कारकेड गुजरता, वे अपनी मारुति को देखकर ठहर जाते, जैसे खुद को याद दिला रहे हों कि वे एक मिडिल क्लास आदमी हैं और आम जनता की भलाई ही उनकी प्राथमिकता है।
डॉ. मनमोहन सिंह की यह सादगी और जमीनी सोच उनकी शख्सियत को अलग बनाती थी। असीम अरुण की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिसे हजारों लोग साझा कर रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर 7 दिन का राजकीय शोक
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर राष्ट्र ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उनके निधन के बाद राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया गया है। 92 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया, जिससे पूरे देश में शोक की लहर है। भारत सरकार ने इस दुखद अवसर पर आज के सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और 7 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इस दौरान देशभर में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। बता दें, डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा, जिसमें राष्ट्र के वरिष्ठ नेता, गणमान्य व्यक्ति और जनता उन्हें अंतिम विदाई देंगे। उनके निधन को भारतीय राजनीति और अर्थनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति माना जा रहा है।