द लोकतंत्र : आयकर विभाग ने कांग्रेस को 1700 करोड़ रुपये का रिकवरी नोटिस जारी किया है। ये नोटिस वर्ष 2017-18 से 2020-21 के लिए है। आईटी विभाग द्वारा भेजी गई नोटिस में टैक्स के साथ ही जुर्माना और ब्याज भी जोड़ा गया है। गौरतलब है कि इससे पहले आयकर विभाग ने कॉन्ग्रेस के खातों से 135 करोड़ की रिकवरी की थी। कांग्रेस से यह रिकवरी 2018-19 के लिए की गई थी।
दरअसल, कांग्रेस ने वर्ष की आयकर भरने की अंतिम तारीख के एक महीने बाद अपने कागज जमा किए थे और साथ ही उन नियमों का उल्लंघन किया था जिसके अंतर्गत इसे आयकर भरने से छूट मिलती।
1700 करोड़ करना होगा जमा
लोकसभा चुनाव के पूर्व जहां कांग्रेस पार्टी ने पूर्व में आरोप लगाया था कि उसके सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिये गये हैं वहीं IT की नोटिस से कांग्रेस की मुश्किलें और भी ज़्यादा बढ़ गई हैं। बता दें, 1700 करोड़ की राशि में जुर्माना और ब्याज दोनों शामिल है।
आयकर विभाग की नोटिस ने लोकसभा चुनाव 2024 के बीच कांग्रेस की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। दूसरी तरफ़, कांग्रेस ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर 2017-2021 के लिए आयकर विभाग के जुर्माने की दोबारा जांच की मांग की थी, लेकिन अदालत ने कांग्रेस की याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद IT द्वारा कांग्रेस पार्टी को नोटिस भेजा गया है।
चुनाव लड़ने के पैसे नहीं
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि यह कार्यवाई कांग्रेस को चुनाव में कमजोर करने की कोशिश है। पार्टी ने नोटिस और रिकवरी की कार्रवाई पर आरोप लगाया है कि सरकार चुनाव से पहले उनके खाते सीज कर रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पार्टी के पास चुनाव लड़ने को भी फंड नहीं है, इसीलिए वह प्रचार आदि में भी पैसा नहीं खर्च पा रही।
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वहीं, आयकर विभाग का कहना है कि वह मात्र अपनी रिकवरी कर रहा है और उसने कोई भी खाते फ्रीज नहीं किए हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मामले पर कहा कि कांग्रेस इसे चुनावी मुद्दा बना रही है।