द लोकतंत्र/ लखनऊ : उत्तर प्रदेश की सियासत में बहस और मतभेद तो हमेशा से रहे हैं, लेकिन अब यह मतभेद निजी हमलों और अश्लील भाषा के ज़रिए ज़हर उगलने की ओर बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश की सियासत में शनिवार को उस वक्त भारी उबाल आ गया जब समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर (X) हैंडल से राज्य के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के खिलाफ घोर आपत्तिजनक और अश्लील टिप्पणी की गई। इस टिप्पणी में न सिर्फ ब्रजेश पाठक की राजनीतिक प्रतिबद्धता पर हमला किया गया, बल्कि उनकी व्यक्तिगत पहचान, यहां तक कि दिवंगत माता-पिता को भी निशाना बनाया गया।
दरअसल, हाल ही में ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी के ‘डीएनए’ को लेकर बयानबाज़ी की थी, जिस पर पलटवार करते हुए सपा के ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट से एक ऐसी पोस्ट की गई, जिसकी भाषा और संदर्भों ने मर्यादा की सभी सीमाएं लांघ दीं। पोस्ट में ‘सोनागाछी और जीबी रोड’ जैसे रेड लाइट एरिया के ज़िक्र के साथ सामाजिक रूप से अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया, जिसने न सिर्फ राजनीतिक मर्यादाओं को तोड़ा बल्कि महिलाओं और दिवंगत परिजनों के सम्मान को भी ठेस पहुंचाई।
डिप्टी सीएम ने पूछा – क्या यही है समाजवादी पार्टी की संस्कृति?
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, क्या यही है समाजवादी पार्टी की संस्कृति? क्या यही है समाजवाद का असली चेहरा? लोकतंत्र में असहमति हो सकती है, लेकिन किसी के दिवंगत माता-पिता पर इस तरह की टिप्पणी करना निंदनीय है। क्या डिंपल यादव जी इस स्त्री-विरोधी मानसिकता का समर्थन करेंगी?
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हालाँकि, विवाद बढ़ने पर सपा की सोशल मीडिया टीम ने पोस्ट को हटा लिया और सफाई दी कि, हमने ब्रजेश पाठक की भाषा में ही उन्हें जवाब दिया। हालांकि इस सफाई से विवाद कम होने के बजाय और गहरा गया, क्योंकि पार्टी ने गलती मानने के बजाय भाषा को जायज़ ठहराने की कोशिश की। भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव पर सीधा हमला करते हुए पूछा कि क्या वे इस गिरी हुई मानसिकता और भाषा शैली की जिम्मेदारी लेंगे? क्या अब समाजवादी पार्टी की विचारधारा सिर्फ व्यक्तिगत हमलों और सोशल मीडिया की गंदगी तक सीमित रह गई है?
सपा मीडिया सेल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
सपा की पोस्ट को लेकर भाजपा नेताओं की तरफ से हजरतगंज और वजीरगंज थानों में सपा मीडिया सेल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, मनीष शुक्ला, प्रदीप सिंह अन्य कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज थाने पहुंचकर मुकदमा दर्ज कराया।भाजपा जिला अध्यक्ष की तरफ से दी गई तहरीर के मुताबिक शुक्रवार को समाजवादी पार्टी मीडिया सेल के एक्स अकाउंट पर उपमुख्यमंत्री की मां और परिवार के बारे में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया है जो उनकी महिला विरोधी मानसिकता का दर्शाता है।
इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार राबी शुक्ला का कहना है कि यदि सपा ने इस तरह की नीचता भरी भाषा का इस्तेमाल बंद नहीं किया, तो वह न सिर्फ जनमानस में अपना भरोसा खोएगी, बल्कि अपने नेताओं की साख भी बर्बाद कर बैठेगी। वहीं भाजपा इसे ‘सोच का संकट’ बताते हुए सपा से इस टिप्पणी के लिए सार्वजनिक माफी की मांग कर रही है।