द लोकतंत्र : लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान पर आज उनके ही पार्टी के कई पदाधिकारियों ने टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दिया है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चिराग की पार्टी के 22 पदाधिकारियों ने बुधवार को एक साथ इस्तीफा दे दिया। लोजपा रामविलास से इस्तीफ़ा देने वालों में पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेणु कुशवाहा, प्रदेश प्रवक्ता प्रो. विनित सिंह, राष्ट्रीय महासचिव सतीश कुमार, प्रदेश संगठन सचिव ई. रविन्द्र सिंह समेत प्रदेश उपाध्यक्ष और महासचिव भी शामिल हैं। ये सभी नेता टिकट बंटवारे से नाराज बताये जा रहे हैं।
बता दें, एनडीए गठबंधन में चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 5 सीटें मिली हैं। सभी सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान भी हो चुका है। पार्टी से इस्तीफ़ा देने वाले पदाधिकारियों ने एक साझा प्रेस कांफ्रेंस कर चिराग पासवान पर आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव में उन्होंने मोटी रकम लेकर बाहरी उम्मीदवारों को पार्टी का टिकट बेच दिया है।
चिराग़ ने धोखा दिया
पूर्व विधायक सतीश कुमार ने चिराग पासवान पर धन बल को बढ़ावा देने का लगाते हुए कहा कि चिराग ने कई बार उन्हें नालंदा में चुनाव लड़ने की तैयारी कराने को कहा। वे नालंदा के हर प्रखंड में कार्यक्रम करते रहे, काफी पैसा खर्च किया। लेकिन चिराग ने धोखा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि, रेणु कुशवाहा को भी खगड़िया से चुनाव लड़ाने का आश्वासन चिराग पासवान द्वारा दिया गया था, लेकिन वहां से टिकट भागलपुर के सोने के बड़े कारोबारी को दे दिया। समस्तीपुर में भी एक मंत्री की बेटी को टिकट देने का काम किया।
इस्तीफ़ा देने वालों में कौन कौन है शामिल
LJPR छोड़ने वालों में पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व विधायक सतीश कुमार, पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री रवींद्र कुमार सिंह, पार्टी के प्रदेश विस्तार प्रमुख अजय कुशवाहा शामिल हैं।
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इसके अलावा संसदीय बोर्ड के प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश यादव, प्रदेश महासचिव राजेश दांगी, प्रदेश महासचिव चितरंजन कुमार, कला संस्कृति एवं क्रीड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुधीर प्रसाद यादव, उपाध्यक्ष खेल एवं संस्कृति प्रकोष्ठ अभिनव चंद्रा, प्रदेश सचिव रंजन पासवान, प्रदेश सचिव अवध बिहारी कुशवाहा आदि ने भी अपना इस्तीफ़ा दे दिया है।
माना जा रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारियों द्वारा इस्तीफ़ा देने से चिराग़ पासवान की चुनावी तैयारियों को झटका लगेगा। इसका सबसे ज्यादा असर उनके अपने सीट हाजीपुर पर पड़ेगा जहां से वह ख़ुद चुनाव लड़ रहे हैं।