द लोकतंत्र/ पटना : बिहार की राजनीति में भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह के फैसले ने नई हलचल मचा दी है। पवन सिंह ने ऐलान किया है कि वे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, मैं पवन सिंह अपने भोजपुरिया समाज को बताना चाहता हूं कि मैंने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं की थी। मुझे चुनाव नहीं लड़ना है। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और रहूंगा।
इस ऐलान के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है कि क्या यह फैसला किसी राजनीतिक दबाव में लिया गया या फिर निजी कारणों से।
2024 लोकसभा चुनाव में पवन सिंह काराकाट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरे थे
पवन सिंह की बीजेपी में वापसी के बाद भोजपुर, रोहतास, बक्सर और औरंगाबाद जिलों में पार्टी के समर्थकों के बीच काफी उत्साह था। 2024 के लोकसभा चुनाव में पवन सिंह काराकाट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरे थे और लगभग 2.74 लाख वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। उनकी मौजूदगी से उस समय उपेंद्र कुशवाहा जैसे दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में माना जा रहा था कि पवन सिंह इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी के स्टार कैंडिडेट हो सकते हैं।
हालांकि, बीजेपी में उनकी वापसी के कुछ ही समय बाद उनकी पत्नी ज्योति सिंह के साथ विवाद ने तूल पकड़ लिया। ज्योति सिंह ने सोशल मीडिया पर भावुक वीडियो जारी कर पवन सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। जवाब में पवन सिंह ने इसे साजिश बताया, लेकिन विवाद ने पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस विवाद के चलते बीजेपी ने पवन सिंह को चुनावी दौड़ से बाहर रहने की सलाह दी, ताकि विपक्ष को हमले का मौका न मिले।
एक बाहुबली पूर्व सांसद ने पवन सिंह को चुनाव न लड़ने की दी सलाह
इस बीच यह भी चर्चा है कि एक बाहुबली पूर्व सांसद ने पवन सिंह को चुनाव न लड़ने की सलाह दी थी। बताया जा रहा है कि पवन का यह फैसला पार्टी की रणनीतिक सोच का हिस्सा है। बीजेपी नहीं चाहती थी कि व्यक्तिगत विवाद चुनावी मुद्दा बने।
इधर, पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह अब अपनी स्वतंत्र राजनीतिक पहचान बनाने में जुटी हैं। अगस्त 2025 में उन्होंने काराकाट, नबीनगर और डिहरी जैसे इलाकों में जनसंपर्क अभियान चलाया था। ज्योति ने खुद को “इस क्षेत्र की बेटी” बताते हुए कहा था कि वे समाजसेवा और महिला सशक्तिकरण के लिए राजनीति में आना चाहती हैं। खबरें हैं कि वे राजद से टिकट की दावेदार हो सकती हैं और काराकाट या नबीनगर से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।
अब बिहार की सियासत में नया सवाल उठ रहा है। क्या आने वाले विधानसभा चुनाव में पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति आमने-सामने होंगे? क्या भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के इस चर्चित जोड़े की निजी कहानी अब राजनीतिक जंग का नया अध्याय बनेगी? फिलहाल इतना तय है कि पवन सिंह के इस फैसले ने बिहार की राजनीति में एक नया सस्पेंस पैदा कर दिया है, जिसका असर आने वाले चुनाव में जरूर दिखेगा।