द लोकतंत्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (शुक्रवार) बिहार दौरे पर हैं। गया जी की पावन धरती से उन्होंने करीब 13 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस बीच राजनीतिक हलचल तब और तेज हो गई जब आरजेडी (RJD) के दो विधायक पीएम मोदी के मंच पर दिखाई दिए।
पीएम मोदी की सभा में दिखे RJD विधायक
जनसभा के दौरान नवादा से विधायक विभा देवी और रजौली से विधायक प्रकाश वीर पीएम मोदी के मंच पर पहुंचे। यह नजारा बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा करने वाला साबित हुआ। विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है।
हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं है कि दोनों विधायक बीजेपी (BJP) या जेडीयू (JDU) में शामिल होंगे या नहीं। लेकिन राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि इन दोनों के अगले कदम से बिहार के चुनावी समीकरण बदल सकते हैं।
विभा देवी और राजबल्लभ यादव का राजनीतिक सफर
नवादा से विधायक विभा देवी की पहचान सिर्फ अपनी राजनीतिक पहचान से ही नहीं, बल्कि बाहुबली नेता राजबल्लभ यादव की पत्नी होने की वजह से भी है।
राजबल्लभ यादव 1990 से आरजेडी से जुड़े रहे हैं और मंत्री भी रह चुके हैं। उनकी छवि हमेशा से ही एक प्रभावशाली नेता की रही है। हाल ही में जेल से बरी होने के बाद वह फिर से सक्रिय राजनीति में लौटे हैं। ऐसे में विभा देवी का एनडीए मंच पर दिखना संकेत देता है कि यादव परिवार अब नई राजनीतिक रणनीति बना रहा है।
लगातार दो बार विधायक बने प्रकाश वीर
वहीं, रजौली सीट से विधायक प्रकाश वीर भी आरजेडी के मजबूत नेताओं में गिने जाते हैं। 2015 और 2020 दोनों चुनावों में उन्होंने जीत दर्ज की। खास बात यह है कि प्रकाश वीर, राजबल्लभ यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। अब जब उन्होंने भी विभा देवी के साथ आरजेडी से किनारा किया है तो यह पार्टी के लिए और भी बड़ा झटका माना जा रहा है।
चुनाव से पहले आरजेडी की मुश्किलें
बिहार में अगले दो-तीन महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में आरजेडी के दो विधायकों का पार्टी से दूरी बनाना बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम है। आरजेडी नेतृत्व की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पार्टी को और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह घटनाक्रम न केवल आरजेडी की सीटों पर असर डालेगा, बल्कि एनडीए को भी मजबूत करेगा।