द लोकतंत्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (5 अगस्त) को एनडीए की संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर पहली बार सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया दी। पीएम मोदी ने इस सैन्य अभियान को भारतीय सेना की वीरता और सम्मान का प्रतीक बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर देश की सुरक्षा और संप्रभुता का प्रतिनिधित्व करता है और इसकी जानकारी देश के सामने आना जरूरी था। उन्होंने कहा कि यह अभियान हमारी सेना की रणनीतिक क्षमता और बलिदान का जीता-जागता उदाहरण है।
विपक्ष पर निशाना
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर करारा तंज भी कसा। उन्होंने कहा, “विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की मांग तो की, लेकिन अब उन्हें खुद ही पछतावा हो रहा होगा।” प्रधानमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेता “कुछ भी बोलते रहते हैं और अब सुप्रीम कोर्ट से भी उन्हें लताड़ मिल रही है।”
पीएम मोदी ने आगे कहा कि “देश ने उनका बचपना देख लिया है।” उनका इशारा राहुल गांधी द्वारा संसद और बाहर की गई टिप्पणियों की ओर था, जिन पर हाल ही में उच्चतम न्यायालय की प्रतिक्रिया भी आई थी।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रस्ताव पारित
एनडीए संसदीय दल की बैठक में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव को लेकर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया। प्रस्ताव में भारतीय सशस्त्र बलों के अदम्य साहस और समर्पण को नमन किया गया। साथ ही, पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि भी दी गई।
प्रस्ताव में कहा गया, “एनडीए संसदीय दल हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी और प्रतिबद्धता को सलाम करता है, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव के दौरान अद्वितीय साहस दिखाया।”
तिरंगा अभियान और राष्ट्रीय दिवसों पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों से घर-घर तिरंगा अभियान को अपने क्षेत्रों में सक्रिय रूप से मनाने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय खेल दिवस (29 अगस्त) और राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (23 अगस्त) पर भी जनभागीदारी सुनिश्चित करने को कहा।
प्रधानमंत्री ने कहा, “इन अभियानों के माध्यम से देशभक्ति, वैज्ञानिक चेतना और खेल भावना को प्रोत्साहित किया जा सकता है।”