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बिहार में सियासी शतरंज बिछा चुके हैं प्रशांत किशोर, 02 अक्टूबर के बाद नज़र आएगी केवल जन सुराज

Prashant Kishor has laid out the political chessboard in Bihar, only Jan Suraj will be visible after October 2

द लोकतंत्र : प्रशांत किशोर ने बिहार की सियासत को अशांत कर दिया है। बिहार में मौजूदा समय में सिर्फ़ प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी जन सुराज की बात हो रही है। प्रशांत के पॉलिटिकल ट्रैक को देखते हुए तमाम दिग्गज उनके जन सुराज मूवमेंट से जुड़ रहे हैं। प्रशांत किशोर के जन सुराज मूवमेंट से बिहार के क्षेत्रीय दलों में खलबली मची हुई है।

इसी क्रम में कल 28 जुलाई को बिहार की राजधानी पटना के ज्ञान भवन में जन सुराज अभियान की एक संगठनात्मक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर की उपस्थिति में कर्पूरी ठाकुर की पोती डॉ. जागृति, बक्सर से पूर्व लोकसभा प्रत्याशी आनंद मिश्रा और पूर्व आरजेडी विधान पार्षद रामबली सिंह चंद्रवंशी संगठन से जुड़े।

लोगों के बीच तेज़ी से पैठ बना रहा जन सुराज मूवमेंट

बता दें, प्रशांत किशोर के मूवमेंट से तेज़ी से बिहार के लोग जुड़ रहे हैं। 2 अक्टूबर 2022 को शुरू हुई प्रशांत किशोर की पदयात्रा अब सियासी दल के रूप में परिवर्तित होने जा रही है। 02 अक्टूबर 2024 को प्रशांत का यह मूवमेंट एक सियासी पार्टी बन जायेगी। प्रशांत किशोर की पार्टी के बिहार में आगाज के पूर्व ही क्षेत्रीय दलों के हाथ पाँव फूल गए हैं। प्रशांत की मुहिम से आरजेडी, जदयू और बीजेपी के मौजूदा कार्यकर्ता और पदाधिकारी जुड़ रहे हैं। इस आशय से आरजेडी का एक पत्र भी बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें प्रशांत किशोर के मूवमेंट से पार्टी पदाधिकारियों के जुड़ने को लेकर चिंता ज़ाहिर की गई थी। आरजेडी ने लेटर जारी कर अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को आगाह किया था। और, प्रशांत किशोर के संगठन को बीजेपी का बी टीम बताया था।

पॉलिटिकल कैम्पेन स्ट्रेटेजिस्ट रहे प्रशांत किशोर के काम करने की शैली ने उन्हें बेहद कम समय में भारतीय राजनीति के फलक पर स्थापित किया है। बीजेपी सहित भारत के कई दलों ने प्रशांत किशोर की कन्सल्टेंसी सेवाएँ ली हैं और सफल हुए हैं ऐसे में बिहार के क्षेत्रीय पार्टियाँ उन्हें कम नहीं आंक रही हैं।

कर्पूरी ठाकुर की पोती डॉ जागृति सहित इन लोगों ने जन सुराज की सदस्यता ली

भारत रत्न और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर की पोती डॉ. जागृति ने प्रशांत किशोर की उपस्थिति में जन सुराज की सदस्यता लीं। इनके अलावा 2024 लोकसभा चुनाव में बक्सर से सबसे चर्चित निर्दलीय प्रत्याशी आनंद मिश्रा ने भी जन सुराज की सदस्यता ली और इस अभियान को अपना समर्थन दिया। साथ ही, प्रो. रामबली सिंह चंद्रवंशी ने भी प्रशांत किशोर से प्रभावित होकर जन सुराज की सदस्यता ली।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को देखते हुए प्रशांत किशोर ने सियासी शतरंज बिछा दी है। उनकी हर मूवमेंट पर विपक्षी दलों की नज़र है। प्रशांत किशोर की पार्टी महात्मा गांधी की जयंती पर अस्तित्व में आ जाएगी। प्रशांत किशोर महात्मा गांधी से काफी प्रभावित हैं। उनकी जन सुराज पदयात्रा में इसकी झलक देखने को मिलती है।

Team The Loktantra

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