द लोकतंत्र : देश की सबसे पुरानी पार्टी Congress अब डूबता हुआ जहाज़ बन गई है। कांग्रेस में इस वक़्त इस्तीफ़ों का दौर चल पड़ा है। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते विभाकर शास्त्री ने बुधवार (14 फरवरी) को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। विभाकर आज ही बीजेपी में शामिल भी हो गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक ट्वीट के जरिए अपने इस्तीफे का ऐलान किया। विभाकर ने अपने ट्वीट में बताया कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिकता सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
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बता दें, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में विभाकर शास्त्री ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। हालाँकि विभाकर शास्त्री का सियासी सफ़र असफलताओं से भरा रहा। वह कांग्रेस के टिकट पर वर्ष 1998 में उत्तर प्रदेश की फतेहपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े लेकिन उन्हें महज 24,688 वोट ही मिले और हार गये। दूसरी बार साल 1999 में उन्होंने चुनाव लड़ा लेकिन फिर जीत नहीं पाये। इसके दस साल बाद पुनः 2009 में चुनावी मैदान में उतरे। इस बार भी उन्हें असफलता ही हासिल हुई।
सोशल मीडिया एक्स पर इस्तीफ़े का ऐलान
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक ट्वीट के जरिए अपने इस्तीफे का ऐलान किया। विभाकर शास्त्री ने अपने ट्वीट में बताया कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिकता सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। विभाकर शास्त्री ने ट्वीट कर कहा, माननीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी, मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है।
इसके पूर्व महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने सोमवार को बीजेपी का दामन थाम लिया। आज विभाकर शास्त्री ने भी भाजपा की सदस्यता ले ली। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बड़े पुत्र हरीकृष्ण शास्त्री के पुत्र हैं विभाकर शास्त्री जिन्होंने आज उत्तर प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ली।