द लोकतंत्र/ सुदीप्त मणि त्रिपाठी : दिल्ली में चुनावी सरगर्मी बढ़ने के साथ ही राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ हो गया है। कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने आम आदमी पार्टी (AAP) की सीएम आतिशी, सांसद संजय सिंह और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर तीखे हमले किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि AAP और उसके नेता पिछले 10-12 सालों से उन पर और उनके परिवार पर निशाना साध रहे हैं।
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संदीप दीक्षित ने कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ़ इंडिया में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि वह सीएम आतिशी और सांसद संजय सिंह के खिलाफ आपराधिक और दीवानी मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। उन्होंने कहा कि वह इनसे 10 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगेंगे, जिसे यमुना सफाई और दिल्ली के प्रदूषण संकट के समाधान के लिए दान करेंगे।
डेढ़ साल तक केजरीवाल ने कुछ काम नहीं किया
संदीप दीक्षित ने अरविंद केजरीवाल के पिछले कार्यकाल को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, जब सुप्रीम कोर्ट ने बेल दी कि सीएम रहकर काम नहीं कर सकते, तो इन्होंने इस्तीफा देकर आतिशी को पद दे दिया। डेढ़ साल तक कोई ठोस काम नहीं हुआ।
उन्होंने AAP के चुनावी नारे ‘फिर लाएंगे केजरीवाल’ पर सवाल खड़े करते हुए कहा, अगर केजरीवाल फिर से सीएम बन भी गए, तो फाइल साइन नहीं कर पाएंगे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनकी भूमिका सीमित रहेगी। जनता को यह स्पष्ट करना चाहिए कि पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा।
बीजेपी से पैसे लेने का आरोप पर भी बोले संदीप दीक्षित
प्रेस कान्फ्रेंस में संदीप दीक्षित ने कहा कि सीएम आतिशी ने उन पर बीजेपी से बड़ी रकम लेने का आरोप लगाया। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा, AAP और उसके नेता कांग्रेस और मेरे परिवार को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल शीला दीक्षित सरकार के खिलाफ 360 पन्नों के सबूत का दावा करते थे, लेकिन जब उनसे सबूत मांगे गए, तो सिर्फ अखबारों की कटिंग दिखाई गईं। उन्होंने केजरीवाल को pathological liar यानी ‘आदतन झूठ बोलने वाला व्यक्ति’ करार दिया।
उन्होंने कहा कि जिस दिन आतिशी ने यह आरोप लगाया, उसी दिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हो गया था, जिस कारण वह तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दे सके। लेकिन अब वह कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
बता दें, दिल्ली में चुनावी तारीखों की घोषणा से पहले यह मुद्दा राजनीतिक माहौल को और गरमा रहा है। संदीप दीक्षित के इन आरोपों और कानूनी कार्रवाई की घोषणा ने AAP को सवालों के घेरे में ला दिया है। अब देखना यह है कि अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।