द लोकतंत्र/ पटना : समस्तीपुर की लोकसभा सांसद और चिराग पासवान की पार्टी (LJP-R) की युवा नेता शांभवी चौधरी पर डबल वोटिंग का आरोप लगने के बाद बिहार की राजनीति में शुक्रवार को जोरदार हलचल मच गई। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक तस्वीर में शांभवी चौधरी की दोनों हाथों की उंगलियों पर वोटिंग इंक दिखी, जिसके बाद विपक्षी खेमे ने उन पर दो बार वोट डालने का आरोप लगा दिया।
सोशल मीडिया पर विवाद तेज होने पर पटना प्रशासन को सामने आकर पूरे मामले पर स्पष्टीकरण देना पड़ा। प्रशासन ने साफ कहा कि सांसद ने डबल वोटिंग नहीं की है। यह वोटिंग कर्मी की गलती थी, जिसे तुरंत सुधारा गया।
क्या कहा पटना प्रशासन ने?
पटना प्रशासन की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि शांभवी चौधरी ने बांकीपुर विधानसभा सीट के बूथ नंबर 61, सेंट पॉल्स प्राइमरी स्कूल, बुद्धा कॉलोनी पर मतदान किया। बयान के अनुसार, मतदान के दौरान पोलिंग स्टाफ की गलती से पहले दाहिने हाथ की उंगली पर स्याही लगा दी गई, जबकि नियम के अनुसार बाएं हाथ पर स्याही लगाई जाती है।
पीठासीन अधिकारी ने तुरंत इस गलती को नोटिस किया और फिर नियम अनुसार बाईं उंगली पर भी स्याही लगाई गई। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि सांसद ने मतदाता सूची क्रमांक 275 पर ही मतदान किया है और किसी प्रकार की अनियमितता नहीं हुई।
विवाद कैसे शुरू हुआ?
शांभवी चौधरी ने मतदान के बाद सोशल मीडिया पर जो तस्वीर साझा की, उसमें उनकी दोनों इंडेक्स फिंगर्स पर इंक दिखाई दे रही थी। देखते ही देखते यह तस्वीर वायरल हो गई और सवाल उठने लगे कि कहीं उन्होंने दो बार वोट तो नहीं डाल दिया? सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स और विपक्षी नेताओं ने इस फोटो को सवालों के कटघरे में खड़ा किया। #DoubleVoting जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। इसके बाद प्रशासन ने तुरंत जांच कर बयान जारी किया और मामला शांत करने की कोशिश की।
विपक्ष का रिएक्शन
विपक्षी नेताओं ने इस घटना को चुनाव प्रक्रिया पर ‘संदेह की छाया’ बताते हुए जांच की मांग की। हालांकि, प्रशासन की सफाई के बाद भी सोशल मीडिया पर बहस जारी है। शांभवी चौधरी बिहार की राजनीति में युवा और ग्लैमरस चेहरा मानी जाती हैं। वह समस्तीपुर से सांसद हैं और चिराग पासवान के नेतृत्व वाली LJP (रामविलास) का हिस्सा हैं।

