द लोकतंत्र : बदायूं लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की ओर चुनाव लड़ रहे शिवपाल यादव ने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का ऐलान कर दिया है। उनकी जगह अब उनके बेटे आदित्य यादव प्रत्याशी होंगे। हालाँकि अभी आदित्य के नाम पर आधिकारिक मुहर नहीं लगी है। बता दें, लोकसभा चुनाव 2024 के प्रथम चरण का मतदान 19 अप्रैल को होनी है। उसके पहले लोकसभा चुनाव अपने दिलचस्प मोड़ पर आ चुका है। यूपी में सभी सात चरणों में मतदान होने हैं। बदायूँ में तीसरे चरण में मतदान होना है।
शिवपाल सिंह यादव ने क्यों लिया फ़ैसला
बदायूं की विधानसभा क्षेत्र गुन्नौर के बबराला कार्यकर्ता सम्मेलन में शिवपाल सिंह यादव ने खुद मंच से ऐलान किया कि वो अपना नाम वापस लेते हैं। शिवपाल सिंह यादव ने सम्मेलन में अपनी जगह अपने बेटे आदित्य का नाम घोषित कर दिया। उन्होंने कहा, इसका फैसला तो राष्ट्रीय नेतृत्व को लेना है। राष्ट्रीय नेतृत्व के कंधों पर इसकी जिम्मेदारी है।
दरअसल, शिवपाल सिंह यादव अपने बेटे आदित्य को राजनीति में स्थापित करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने अपनी जगह अपने बेटे को टिकट दिये जाने की पैरवी करते हुए अपना नाम वापस ले लिया। बदायूँ में तीसरे चरण में मतदान होना है और नामांकन की प्रक्रिया 12 अप्रैल से शुरू होगी। हालाँकि, शिवपाल चुनाव लड़ेंगे या नहीं या उनकी जगह उनके बेटे आदित्य को टिकट दे दिया जाएगा यह पूरी तरह अखिलेश यादव के फ़ैसले पर निर्भर है।
बदायूँ से धर्मेंद्र की जगह शिवपाल यादव को दिया गया था मौक़ा
दरअसल, शिवपाल यादव मौजूदा समय में सपा के विधायक हैं। वो जसवंत नगर सीट से समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं। सपा ने बदायूं से सांसद रहे धर्मेंद्र यादव को टिकट न देकर शिवपाल यादव को मैदान में उतारा था। बदायूं से धर्मेंद्र यादव दो बार सांसद रह चुके हैं। हालाँकि इस बार धर्मेंद्र को समाजवादी पार्टी ने बदायूं की जगह आजमगढ़ से मैदान में उतारा है। आज़मगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा से दिनेश लाल यादव निरहुआ प्रत्याशी हैं।
चाचा के काम में हिचक लेकिन आदित्य के लिए तैयार – धर्मेंद्र
समाजवादी पार्टी ने ने बदायूं संसदीय सीट से अखिलेश यादव के चचेरे भाई एवं पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को लोकसभा चुनाव 2024 लिए उम्मीदवार बनाया था लेकिन बाद में उनका टिकट काटकर शिवपाल सिंह यादव को मैदान में उतारा गया था। जबकि धर्मेंद्र को कुछ दिनों बाद आजमगढ़ का उम्मीदवार घोषित किया गया। बीते लोकसभा चुनाव में धर्मेंद्र भाजपा से हार गये थे।
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बदायूँ सीट से आदित्य का नाम सामने आने के बाद धर्मेंद्र यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, पार्टी का जो भी फैसला होगा वह मंज़ूर है, मुझे तो और खुशी होगी। उन्होंने आगे कहा, चाचा के लिए काम करने में थोड़ी हिचक रहती है, आदित्य के लिए और ज्यादा काम करेंगे।