द लोकतंत्र : मणिपुर में बीते तीन माह से हो रही हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। वहीं वायरल वीडियो के बाद देशभर में मणिपुर की भयावह स्थिति को लेकर लोगों में गुस्सा है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनीष सिंह ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। सपा प्रवक्ता ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मणिपुर की घटना मोदी सरकार की नाकामियों को बयान कर रही है। उन्होंने कहा इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी हैरत में डालती है। क्या मणिपुर भारत के अंतर्गत आने वाला राज्य नहीं है ?
मणिपुर में हजारों लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर
घटना के तीन माह बाद भी इसे लेकर चल रहे विवाद को रोकने से मोदी सरकार सफल नहीं दिख रही है। मणिपुर में कई हजार लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। उन्होंने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि केंद्र से लेकर भाजपा शासित राज्यों तक में भाजपा की डबल इंजन सरकार कानून व्यवस्था पर पूरी तरह से फेल साबित हुई है। सोशल मीडिया पर छोटी छोटी बातों पर अपनी प्रतिक्रियाएं देने वाले प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर मामले पर मौन धारण कर लेते हैं। सदन में इसपर चर्चा तक नहीं करना चाहते जबकि मणिपुर में इनकी अपनी ही सरकार है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, मणिपुर में जिस तरह से भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने दो जातियों कुकी और मैतेई को लड़वा कर वहां के नागरिकों को आग में झोंकने का काम किया है वो निंदनीय है। बीते 88 दिनों में वहां के सैकड़ों लोग अपनी जान गवां चुके हैं। हजारों विस्थापित हो चुके हैं। कई महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ है।
मणिपुर में शांति बहाली का कोई प्रयास नहीं
सपा प्रवक्ता ने कहा, मणिपुर में दो समुदायों के बीच तीन मई को जो हिंसा शुरू हुई वो अबतक जारी है। दो महिलाओं के साथ हुई बर्बरता और अमानवीय व्यवहार का जो वीडियो वायरल हुआ उसके बाद भी सरकार नींद से नहीं जागी। केंद्र की भाजपा सरकार इसे रोक पाने में न केवल पूरी तरह नाकाम रही है बल्कि शांति बहाली का कोई प्रयास भी करती नहीं दिख रही है।
सदन के मानसून सत्र भाजपा के गैरजिम्मेदाराना रवैये की भेंट चढ़ती नज़र आ रही है। केंद्र सरकार मणिपुर मामले में चर्चा से पीछे हट रही है। भाजपा के सांसद मणिपुर मामले में चुप्पी साधे नज़र आ रहे हैं और जानबूझकर सदन में हंगामा कर इसपर चर्चा से बचने का प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मन की बात कार्यक्रम में भी मणिपुर मामले पर टिप्पणी करना जरूरी नहीं समझा। क्या मणिपुर के लोगों की जान इतनी सस्ती है जो इतने गंभीर मुद्दे को सीधे नजरअंदाज किया जा रहा है ?
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सपा प्रवक्ता मनीष सिंह ने योगी सरकार को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि, यूपी में कानून का इकबाल ख़त्म हो गया है। आलम यह है कि यहां जेलों में बंद कैदियों की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है। पुलिस के घेरे में आरोपितों और अपराधियों को गोलियों से भून दिया जाता है। न्यायालय परिसर में हत्याएं हो जा रही है। स्पष्ट है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और लॉ एंड आर्डर ध्वस्त हो चुका है।