द लोकतंत्र: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य का सियासी माहौल गरमाता जा रहा है। एक ओर महागठबंधन और विपक्षी पार्टियां चुनावी रणनीतियां बना रही हैं, वहीं दूसरी तरफ लालू प्रसाद यादव के परिवार की आंतरिक राजनीति भी सुर्खियों में है। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने हाल ही में अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार दोनों से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
तेज प्रताप यादव अब लगातार बगावती तेवर अपना रहे हैं और पार्टी लाइन से हटकर बयान दे रहे हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर परिवार के भीतर “जयचंदों” का खुलासा करने की बात कही थी। उनका दावा था कि परिवार के 5 लोग उनके राजनीतिक करियर को खत्म करने के षड्यंत्र में शामिल हैं।
जयचंदों के खुलासे से पीछे हटे तेज प्रताप
तेज प्रताप यादव ने अपने पोस्ट में लिखा था कि “मेरे राजनीतिक जीवन को पांच परिवार के लोगों ने मिलकर और सुनियोजित तरीके से समाप्त करने की कोशिश की है। मैं इन सभी का चेहरा और चरित्र जनता के सामने लाऊंगा।”
हालांकि अब तक उन्होंने इस मामले में कोई खुलासा नहीं किया है। जब मीडिया ने उनसे सवाल पूछा तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा, “अब छोड़िए, इस विषय पर हम कुछ नहीं बोलना चाहते। हम बेगुसराय जा रहे हैं।”
नई पार्टी के सहारे चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी
तेज प्रताप यादव को परिवार और पार्टी से बाहर किए जाने के बाद उन्होंने अपनी नई पार्टी “जनशक्ति जनता दल” बनाने की घोषणा की है। बताया जा रहा है कि इसके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चुनाव आयोग में चल रही है। तेज प्रताप ने यह भी साफ किया है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव महुआ सीट से लड़ेंगे।
परिवार और राजनीति दोनों से दूरी
सूत्रों के अनुसार, लालू यादव ने तेज प्रताप को जिस विवाद के चलते बेदखल किया, उसमें एक लड़की अनुष्का यादव का जिक्र किया जा रहा है। उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया। इसके बाद से ही तेज प्रताप पूरी तरह अलग-थलग पड़ गए हैं और लगातार परिवार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं।
आगे की राह
तेज प्रताप यादव का राजनीतिक भविष्य अब उनकी नई पार्टी और जनता के बीच उनकी पकड़ पर निर्भर करेगा। आरजेडी में जहां तेजस्वी यादव को पूर्ण समर्थन मिल रहा है, वहीं तेज प्रताप को खुद को साबित करने के लिए अलग रास्ता अपनाना पड़ रहा है। अब देखना होगा कि चुनाव में उनकी यह नई सियासी पारी उन्हें कितना फायदा पहुंचा पाती है।