द लोकतंत्र/ पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने महागठबंधन के संयुक्त घोषणा पत्र पर कड़ा प्रहार करते हुए इसे ‘खोखले वादों का पुलिंदा’ बताया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने यह घोषणा पत्र बनाया है, उन्हें भी भली-भांति पता है कि उनकी सरकार बनने वाली नहीं है इसलिए वे मनचाहे दावे कर रहे हैं।
पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा, यह कोई संयुक्त घोषणा पत्र नहीं, बल्कि तेजस्वी यादव का निजी प्रणपत्र है, जो न रंग रखता है, न भविष्य का कोई विजन।
जो नया विजन देने की बात कर रहे हैं, वह खुद घोटालों के आरोपी
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि घोषणा पत्र में अपराध पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की बात तो कही गई है, लेकिन भ्रष्टाचार पर एक शब्द तक नहीं लिखा गया। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, अगर भ्रष्टाचार पर कुछ लिख देते, तो शायद बात बहुत आगे तक चली जाती। दरअसल जो नया विजन देने की बात कर रहे हैं, वही खुद घोटालों के आरोपी हैं। राजद हमेशा से भ्रष्टाचार की पाठशाला रहा है उसका अतीत भी यही है, वर्तमान भी और भविष्य भी।
रविशंकर प्रसाद ने तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर अपराध पर जीरो टॉलरेंस का दावा करना है, तो यह भी ऐलान करें कि अब मुख्यमंत्री आवास से अपराधियों से बात नहीं होगी। उन्होंने कहा, राजद के गुंडे जो जमीनें छीनते हैं, वो बंद करेंगे? अपराध पर कार्रवाई वहीं तक होगी, जहां तक राजद के हित सुरक्षित हैं।
बिहार की जनता राजद शासन के दौर को नहीं भूली
भाजपा नेता ने कहा कि महागठबंधन का यह प्रण न तो राहुल गांधी का है और न ही पूरे गठबंधन का यह मात्र तेजस्वी यादव का व्यक्तिगत सपना है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता राजद शासन के दौर को नहीं भूली, जब अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर था। उन्होंने कहा, तेजस्वी यादव जिस विकास की बात करते हैं, वह असल में नीतीश कुमार की सरकार के कार्यों का परिणाम है। नीतीश कुमार ने बिहार को पटरी पर लाने का काम किया, और भ्रष्टाचार की वजह से ही उन्होंने राजद से दूरी बनाई।
रविशंकर प्रसाद ने साफ किया कि एनडीए का विकास मॉडल धरातल पर काम करता है और जनता के विश्वास पर खरा उतरता है। उन्होंने कहा, तेजस्वी यादव भ्रष्टाचार पर खुलकर बोलने से डरते हैं, क्योंकि उनका अतीत उन्हें पीछा करता है। साथ ही, उन्होंने तेजस्वी के उस बयान पर भी आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा बिहार को ‘उपनिवेश’ बना रही है। भाजपा नेता ने कहा कि ऐसा कहना संविधान और संघीय ढांचे की भावना के खिलाफ है।
भविष्य की राजनीति पर सवाल के जवाब में रविशंकर प्रसाद ने दोहराया कि बिहार में एनडीए के नेतृत्व पर कोई संशय नहीं है। नीतीश कुमार बीते 20 वर्षों से एनडीए के नेता हैं और आगे भी रहेंगे। मोदी-नीतीश की जोड़ी बिहार के विकास और स्थिरता की गारंटी है।

