द लोकतंत्र : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को दावा किया कि कई लोग संविधान को मिटाने या बदलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि संविधान को बदलने के प्रयास चल रहे हैं, और लोगों को चेतावनी दी कि अगर वे आगामी लोकसभा चुनाव में मजबूती से एकजुट नहीं हुए तो देश में तानाशाही होगी।
दरअसल, 24-25 फरवरी को बेंगलुरु में दो दिवसीय संविधान एवं राष्ट्रीय एकता सम्मेलन-2024 के आख़िरी दिन वह समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कांग्रेस चीफ ने कहा कि, संविधान बचेगा तो इस देश की एकता बचेगी। यदि लोकतंत्र जीवित रहेगा तो हर कोई समृद्धि के साथ जी सकेगा। उन्होंने कहा, आज केंद्र में ऐसी कोई सरकार नहीं है जो संविधान की रक्षा करती हो या संविधान को ध्यान में रखकर काम करती हो। इसीलिए संविधान की रक्षा सबसे जरूरी है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि नागरिकों पर एक निश्चित विचारधारा थोप कर उन्हें गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा संविधान को छोड़कर नया संविधान बनाने की साजिश चल रही है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा, मोदी संविधान की रक्षा के बारे में बात करते हैं, लेकिन विपक्षी नेताओं पर ईडी का उपयोग क्यों कर रहे हैं? विपक्ष शासित राज्यों या सरकारों पर कब्जे के लिए विपक्षी दलों के विधायकों को खरीद रहे हैं। कर्नाटक, मणिपुर और गोवा में ऐसा किया गया? खरगे ने कहा, यह कहां तक संवैधानिक है?
यह भी पढ़ें : भाजपा विधायक गोपाल शर्मा बोले – जहां-जहां राहुल गांधी के पैर पड़े तहां-तहां बंटाधार हुआ है
कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी सरकार की गारंटी या कम से कम भाजपा सरकार की गारंटी’ कहने के बजाय ‘मेरी गारंटी’ कहने के आदी हैं। उन्होंने कहा, यह आपकी कैसी गारंटी है? यह आपकी नहीं है, जब देश के लोग कर अदा करके पैसा देते है। अगर कोई व्यक्ति इस प्रकार कहता है कि मैंने किया, मैंने किया, मैंने तो वह एक दिन देश को तानाशाही की ओर ले जाएगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मौजूदा संविधान को छोड़कर एक नए संविधान बनाने की साजिश चल रही है। पीएम मोदी संविधान की रक्षा की बाते करते हैं, लेकिन संविधान के रक्षक ईडी का इस्तेमाल क्यूं कर रहे हैं। विपक्षी राज्यों के विधायकों की खरीद-फरोख्त क्यों हो रही है।