द लोकतंत्र : UP Politics यूपी में सपा-कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर सहमति बन गई है। कांग्रेस को सपा प्रमुख ने 17 सीटों का प्रस्ताव दिया था जिसपर कांग्रेस ने हामी भर दी है। हालाँकि कांग्रेस कहाँ कहाँ से लड़ेगी इसका औपचारिक ऐलान अभी बाक़ी है। अखिलेश यादव की प्रेशर पॉलिटिक्स ने कांग्रेस को हामी भरने पर मजबूर कर दिया। अखिलेश यादव अब तक लोकसभा उम्मीदवारों की तीन सूची जारी कर चुके हैं जिसमें 31 नाम हैं।
अखिलेश यादव ने राहुल गांधी की Nyay यात्रा को लेकर कहा कि, अंत भला तो सब भला। इंडिया गठबंधन बहुत आगे जा चुका है। आने वाले समय में यूपी में बीजेपी का सफाया हो जायेगा।
UP Politics कुछ घंटे पहले तक टूटने की कगार पर था गठबंधन
कुछ घंटे पूर्व तक उत्तर प्रदेश में INDI अलायंस टूटने के कगार पर था। अखिलेश यादव एग्रेसिवली अपने प्रत्याशियों के नाम फाइनल करते जा रहे थे। कांग्रेस की तरफ़ से किसी भी तरह का कोई कम्यूनिकेशन नहीं हो रहा था जिसके बाद अखिलेश यादव अकेले आगे बढ़ने का मन बना चुके थे। बता दें, अखिलेश यादव की तरफ़ से कांग्रेस को लगातार अप्रोच किया जा रहा था ताकि गठबंधन बचा रहे लेकिन कांग्रेस की तरफ़ से सपा को कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी जिसके चलते अखिलेश यादव ने प्रेशर पॉलिटिक्स के तहत एक के बाद एक तीन सूचियाँ जारी कर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये।
प्रियंका गांधी के एक फ़ोन कॉल पर बन गई यूपी में बात
प्रियंका गांधी स्वास्थ्य कारणों से वाराणसी, अमेठी और रायबरेली में राहुल गांधी के साथ NYAY Yatra में शामिल नहीं हो सकी थीं। प्रियंका मुरादाबाद में राहुल गांधी के साथ NYAY Yatra में शामिल होंगी और इससे पहले वह चाहती थीं कि गठबंधन को लेकर उत्तर प्रदेश की सियासी तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाए। सूत्रों के मुताबिक़ उन्होंने अखिलेश यादव से फ़ोन पर बात की और गठबंधन को लेकर चर्चा की जिसके बाद आधिकारिक तौर पर गठबंधन पर मुहर लग गई। हालाँकि प्रियंका गांधी की तरफ़ से कुछ सीटों को लेकर अदला बदली की बात की गई है। जिसपर शाम तक दोनों दलों के बीच आम सहमति बन जाएगी।
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बता दें, समाजवादी पार्टी की तरफ़ से कांग्रेस को 17 सीटें दी गई हैं। इसमे रायबरेली, अमेठी, कानपुर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया शामिल हैं। एक दो सीटों पर अदला बदली भी होगी।