द लोकतंत्र : UP Politics रामलला के विराजमान होने के साथ जिस तरह लोगों का झुकाव भारतीय जनता पार्टी की तरफ़ बढ़ा है उसे देखकर गठबंधन के साथी दल भी NDA का दामन थामना शुरू कर चुके हैं। चाहे बात बिहार की हो या उत्तर प्रदेश की हर तरफ गठबंधन को झटके पर झटका मिल रहा है। ताजा अपडेट जयंत चौधरी के इंडी अलायंस छोड़ने को लेकर है। सूत्रों की माने तो उत्तर प्रदेश में सपा और रालोद का गठबंधन लगभग टूटा हुआ ही समझा जाये।
UP Politics में गठबंधन की राह कठिन, आरएलडी चुनेगी अलग रास्ता
ख़बरों के मुताबिक़ राष्ट्रीय लोकदल ने भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के साथ जाने का पूरा मन बना लिया है। जयंत चौधरी की पार्टी बीजेपी के साथ गठबंधन पर बात कर रही है। आरएलडी ने तीन लोकसभा सीट और एक राज्यसभा सीट की मांग रखी है। पार्टी के ओर से बागपत, मुजफ्फरनगर और मथुरा सीट को लेकर भाजपा के साथ बार्गेनिंग चल रही है।
सर्वे में भी गठबंधन पीछे, 35 फ़ीसदी से कम वोट की उम्मीद
इंडिया टुडे और सी वोटर के मूड ऑफ दि नेशन (एमओटीएन) सर्वे के मुताबिक़ वोटर का मिज़ाज भाजपा के साथ है। अप्रैल-मई, 2024 में होने वाले आम चुनाव से जुड़े ताज़ा पोल के मुताबिक़ इंडी अलायंस को 35 फ़ीसदी से भी कम वोट मिलेंगे।
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सर्वे में यह भी आसार जताए गए कि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी और कांग्रेस दोनों पार्टियाँ मिलकर भी 35 फीसदी वोट शेयर का आंकड़ा क्रॉस नहीं कर पाएंगी। इस सर्वे में जहां भाजपा को 70 से ज़्यादा सीटें मिलने का अनुमान है वहीं गठबंधन 8 सीटें ही हासिल कर पाएगी। अपना दल को दो सीटों पर जीत हासिल होगी।