द लोकतंत्र : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में आम बजट पेश किया। मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने जहां जमकर तारीफ की वहीं विपक्षी नेताओं ने बजट की ख़ामियों पर अपनी बात रखी। चलिए, हम आपको एक ही जगह बताते हैं कि विपक्ष के किस नेता ने बजट को लेकर क्या प्रतिक्रिया दी।
बजट पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने क्या कहा
बजट को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। राहुल गांधी ने इसे कुर्सी बचाओ बजट बताया। राहुल गांधी ने कहा कि यह बजट सरकार के सहयोगियों को खुश करने वाला है। उन्होंने कहा, बजट में अन्य राज्यों की कीमत पर उनसे (सहयोगियों) खोखले वादे किए गए। ये बजट अपने मित्रों को खुश करने के लिए लाया गया है। इससे AA (अडानी अंबानी) को लाभ होगा और आम भारतीय को कोई राहत नहीं मिलेगी। इसके अलावा राहुल गांधी ने इस बजट को कॉपी पेस्ट करार दिया। राहुल ने दावा किया कि बजट कांग्रेस के घोषणा पत्र और पिछले बजट से कॉपी किया गया है।
बजट पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इस बजट को कॉपी पेस्ट बजट करार दिया। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, कांग्रेस के न्याय के एजेंडे को ठीक तरह से कॉपी भी नहीं कर पाया मोदी सरकार का नकलची बजट। मोदी सरकार का बजट अपने गठबंधन के साथियों को ठगने के लिए आधी-अधूरी रेवड़ियां बांट रहा है, ताकि NDA बची रहे। ये देश की तरक्की का नहीं मोदी सरकार बचाओ बजट है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बजट पर क्या कहा
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी केंद्रीय बजट पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, अगर हम उत्तर प्रदेश को देखें तो निवेश की स्थिति क्या है? इनके जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं वह कभी समय पर पूरे नहीं हुए। अच्छी बात है कि बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष योजनाओं से जोड़ा गया है लेकिन उत्तर प्रदेश जैसा राज्य जो प्रधानमंत्री देता है क्या वहां के किसानों के लिए बजट में कुछ है? अखिलेश यादव ने कहा, जब तक किसान और नौजवानों की पक्की नौकरी का इंतजाम नहीं होगा तब तक जनता को कोई बड़ा लाभ नहीं पहुंचेगा।
बसपा सुप्रीमों मायावती ने बजट को मायूस करने वाला बताया
बसपा सुप्रीमो मायावती ने संसद में पेश केन्द्रीय बजट को अच्छे दिन की उम्मीदों वाला कम बल्कि मायूस करने वाला ज्यादा बताया है। बसपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि, संसद में आज पेश केन्द्रीय बजट अपने पुराने ढर्रे पर कुछ मुट्ठी भर अमीर व धन्ना सेठों को छोड़कर देश के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं, मेहनतकशों, वंचितों व उपेक्षित बहुजनों के त्रस्त जीवन से मुक्ति हेतु अच्छे दिन की उम्मीदों वाला कम बल्कि उन्हें मायूस करने वाला ज्यादा है। मायावती ने कहा, देश में छाई जबरदस्त गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पिछड़ापन तथा यहां के 125 करोड़ से अधिक कमजोर तबकों के उत्थान व उनके लिए जरूरी बुनियादी सुविधाओं के प्रति इस नई सरकार में भी अपेक्षित सुधारवादी नीति व नीयत का अभाव है।
राबड़ी देवी ने बजट को बताया झुनझुना
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि बजट में बिहार के लिए केवल झुनझुना है। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार जनता को ठगने का काम करती है। नीतीश कुमार की मांगें पूरी नहीं हुईं, उन्हें एनडीए को छोड़ देना चाहिए। राज्य में बाढ़ आ रही है, पुल टूट रहे हैं, लोगों के घर डूब रहे हैं, इस पर कोई काम नहीं हो रहा है। बिहार में रोजगार नहीं मिल रहा है। खाद-बीज महंगा हो रहा है, किसानों को बिजली नहीं मिल रही है।
डिंपल यादव बोलीं – बजट में कुछ नहीं
केंद्रीय बजट 2024 पर मैनपुरी से सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर होना चाहिए था, बजट में कुछ भी नहीं है। किचन का ध्यान नहीं रखा गया है क्योंकि सरकार मंहगाई के बारे में कोई कदम नहीं उठाना चाह रही है।
TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने क्या कहा
केंद्रीय बजट पर TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, “यह ‘कुर्सी बचाओ’ बजट है। जो NDA में है, नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को अपने साथ रखने के लिए यह बजट है, यह बजट देश के लिए नहीं है। बंगाल के लिए तो कुछ भी नहीं है, वे बंगाल को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं, उनका बंगाल से सफाया होगा।
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने क्या कहा
केंद्रीय बजट के बाद शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, मुझे लगता है कि इस बजट को ‘प्रधानमंत्री सरकार बचाओ योजना’ कहा जाना चाहिए क्योंकि उन्हें एहसास हो गया है कि अगर वे अगले 5 वर्षों के लिए इस सरकार को बचाना चाहते हैं, तो उन्हें अपने गठबंधन सहयोगियों की खुशी की आवश्यकता होगी। बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने से इनकार करने के बाद, उन्होंने उन्हें धन दिया है। महाराष्ट्र को केंद्र द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। यह एक ऐसा राज्य बन गया है जहां आप लगातार पैसे लेते रहते हैं।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने क्या कहा
कांग्रेस नेता ने एक्स पर एक और पोस्ट में लिखा कि मोदी 3.0 के बजट में निराशा और हताशा। किसान के लिए कुछ नहीं, न MSP की गारंटी, न कर्ज से राहत, न डीजल-कीटनाशक दवाई-खाद की कीमत कम, बस बातें ही बातें। युवा के लिए झुनझुना-नए रोजगार का कोई रास्ता नहीं, सालाना सिर्फ 20 लाख युवाओं को इंटर्नशिप, असंगठित क्षेत्र को चवन्नी तक नहीं, क्या 15,000 रुपये (वो भी तीन किश्तों में) से संगठित क्षेत्रों में रोजगार पैदा हो सकता है? लेबर इंटेंसिव यानी रोजगार पैदा करने वाले क्षेत्रों-कपड़ा-कंस्ट्रक्शन आदि के लिए कुछ नहीं।
पवन खेड़ा ने क्या लिखा
कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य पवन खेड़ा ने मोदी सरकार के बजट को कॉपी पेस्ट बताया। उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, कॉपी-पेस्ट सरकार। 2024-25 के बजट में कांग्रेस की घोषणा पत्र का असर निर्मला सीतारमण को कांग्रेस न्यायपत्र 2024 का सहारा लेना पड़ा। कांग्रेस के 5 न्याय में सबसे पहला युवा न्याय पहली नौकरी पक्की। युवा न्याय के तहत हर डिग्री/ डिप्लोमा होल्डर को एक लाख रुपए के स्टाईपेंड। बजट 2024-25 में सिर्फ एक करोड़ युवाओं के लिए इंटर्नशिप का प्रावधान इंटर्नशिप के दौरान साठ हजार रुपए का प्रावधान मोदी सरकार को आइडिया के लिए कांग्रेस को धन्यवाद देना चाहिए