द लोकतंत्र : कल मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) को मोहन यादव के रूप में अपना नया सीएम मिल गया। लेकिन इसबार भाजपा ने लगातार 18 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान से किनारा किया और उन्हें सीएम पद कि जिम्मेदारी नहीं दी। एमपी के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम के ऐलान के बाद से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवराज सिंह चौहान को केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी।
Madhya Pradesh के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने क्या कहा ?
सोशल मीडिया पर ऐसी बातें भी चल रही थीं कि मुख्यमंत्री न बनाये जाने के एवज में शिवराज सिंह चौहान केंद्र सरकार से किसी बड़े पद की मांग करें। लेकिन, शिवराज ने सभी अफवाहों पर विराम लगा दिया। केंद्र में किसी जिम्मेदारी की मांग को लेकर शिवराज सिंह चौहान से जब सवाल किया गया तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि, अपने लिए कुछ मांगने से पहले वो मर जाना पसंद करेंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, एक बात मैं विनम्रता के साथ कह देना चाहता हूं कि अपने लिए कुछ मांगने से पहले मैं मरना पसंद करूंगा। पार्टी ने मुझे 18 साल तक मुख्यमंत्री बनाया। बीजेपी ने मुझे सब कुछ दिया। अपने बारे में मैं कभी फैसला नहीं करता न कभी किया है, फैसला हमारी पार्टी करेगी। अब जो भी पार्टी मुझे काम देगी वो मैं करूंगा।
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शिवराज सिंह चौहान ने अपने कार्यकाल पर संतोष जताते हुए कहा, मुझे इस बात का संतोष है कि जब मध्य प्रदेश हमें मिला था तब यह एक बीमारू और पिछड़े राज्य के रूप में मिला था। लेकिन इन बरसों में मुझमें जितना समर्थ था, जितनी क्षमता थी, मैंने ईमानदारी से कार्य किया और अपने आपको झोंक दिया।