द लोकतंत्र : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। महाविकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन ने विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारियाँ तेज कर दी है। महायुति के घटक दल एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के एक बयान के बाद महायुति में दरार नज़र आ रही है। हालाँकि अजीत पवार ने मौजूदा विधानसभा चुनाव को लेकर टिप्पणी नहीं की है लेकिन उनके बयान से महायुति गठबंधन के भविष्य पर संदेह के बादल मंडराने लगे हैं।
हालाँकि हम महायुति का हिस्सा लेकिन…
दरअसल, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी के मुखिया अजित पवार ने रविवार को कहा कि उनके नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सहित महायुति के घटक दल स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने के लिए स्वतंत्र हैं। एनसीपी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजीत पवार ने कहा कि अकेले चुनाव लड़ने से कार्यकर्ताओं को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि हालांकि हम लोकसभा और राज्य विधानसभा में सहयोगी हैं, लेकिन महायुति के सदस्य स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने के लिए स्वतंत्र हैं।
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एनसीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजीत पवार ने कहा, स्थानीय निकाय चुनाव जब भी होंगे, समाज के सभी वर्गों से ‘नए और पुराने चेहरे’ मैदान में उतारे जाएंगे। इस दौरान उन्होंने शनिवार को पुणे जिला योजना एवं विकास समिति (डीपीडीसी) की बैठक में शरद पवार को बोलने से रोकने की बात से इनकार किया। बारामती की सांसद सुप्रिया सुले ने दावा किया था कि अजित पवार ने बैठक में उनके पिता द्वारा विकास निधि के वितरण के बारे में सवाल पूछे जाने पर आपत्ति जताई थी।
बता दें, महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव भी शीघ्र होंगे। स्थानीय निकाय में नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत और जिला परिषद शामिल हैं। हालाँकि स्थानीय निकाय के चुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा कार्यक्रम को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है। अजीत पवार एनसीपी कार्यकर्ताओं को मज़बूत करने के उद्देश्य से निकाय चुनावों में अकेले चुनाव लड़ने के पक्षधर हैं।