द लोकतंत्र/ पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के सियासी संग्राम में अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाल लिया है। बीजेपी के स्टार प्रचारक के तौर पर वे लगातार बिहार में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में माहौल बना रहे हैं। सोमवार, 29 अक्टूबर 2025 को मुख्यमंत्री योगी सीवान, भोजपुर और बक्सर में ताबड़तोड़ तीन जनसभाएं करेंगे। उनके दौरे का उद्देश्य पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में जनसमर्थन जुटाना और विपक्ष के खिलाफ जनता में उत्साह जगाना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम रणनीतिक रूप से अहम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम बेहद व्यस्त और रणनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है। जारी कार्यक्रम के अनुसार, योगी आदित्यनाथ सुबह 10 बजे लखनऊ से अमौसी एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे और वहां से विशेष विमान द्वारा गोरखपुर पहुंचेंगे। गोरखपुर से वे हेलिकॉप्टर के माध्यम से सीधे सीवान जिले के रघुनाथपुर स्थित राजपुर खेल मैदान पहुंचेंगे, जहां वे सुबह 11:15 बजे पहली जनसभा को संबोधित करेंगे। इस सभा में वे पार्टी प्रत्याशी मनोज कुमार सिंह के पक्ष में जनता से समर्थन की अपील करेंगे और एनडीए सरकार की उपलब्धियों का बखान करेंगे।
इसके बाद योगी आदित्यनाथ का अगला पड़ाव भोजपुर जिला होगा। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, मुख्यमंत्री 12:40 बजे शाहपुर प्रखंड के झउऑ डुमरिया हेलीपैड पर पहुंचेंगे। यहां से वे 12:45 बजे जनसभा स्थल पहुंचकर जनता को संबोधित करेंगे। शाहपुर की इस सभा में वे कानून-व्यवस्था, विकास और युवाओं के रोजगार जैसे मुद्दों पर विपक्ष को घेरते हुए बीजेपी के ‘विकास बनाम वंशवाद’ के नारे को आगे बढ़ाएंगे।
दोपहर 2:10 बजे बक्सर में जनसभा को करेंगे संबोधित
तीसरी और अंतिम जनसभा के लिए योगी आदित्यनाथ दोपहर 2:10 बजे बक्सर पहुंचेंगे। आईटीआई ग्राउंड में आयोजित इस जनसभा में वे पार्टी प्रत्याशी के लिए जनता से वोट की अपील करेंगे। बक्सर की यह सभा रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह क्षेत्र सीमावर्ती इलाकों में बीजेपी के जनाधार को मजबूत करने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा।
योगी आदित्यनाथ की जनसभाओं के बाद उनका वापसी कार्यक्रम भी तय है। वे दोपहर 3:05 बजे वाराणसी के लिए रवाना होंगे, जहां से 3:50 बजे लखनऊ के लिए उड़ान भरेंगे। मुख्यमंत्री शाम 4:20 बजे अमौसी एयरपोर्ट और फिर 4:45 बजे 5 कालीदास मार्ग स्थित अपने आवास पहुंचेंगे।
योगी आदित्यनाथ के इस दौरे को बीजेपी की चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। पार्टी चाहती है कि उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी योगी की लोकप्रियता और सशक्त हिंदुत्व छवि का फायदा उठाया जाए। वहीं, योगी का यह संदेश भी साफ है — “विकास की राजनीति ही बिहार का भविष्य तय करेगी।

